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आपका एक प्रयास ला सकता हैं पूरे विश्व में प्रकाश। ( Your one effort can bring light to the whole world )

                                                  
भ्रष्टाचार हमारे देश को नहीं बल्कि हमारे जीवन को भी विपरीत दिशा की ओर ले जाने का कार्य करता हैं मगर हमारे देश में इस भ्रष्टाचार ने सबकी बुद्धि को ही भ्रष्ट कर रखा हैं जो उन्हें सही और गलत को समझ पाने में असमर्थ बना रहा हैं। अपने फायदे के लिए लोग आज कुछ भी कर जाने पर मजबूर हो जाते हैं। अपनी इंसानियत को अपने कर्तव्यों को यहां तक की अपनी संस्कारो को भी लोग इस कलयुग में भुला बैठे हैं। 

भ्रष्टाचार फैलने का सबसे मुख्य कारण -

ऐसा कौन सा देश या कौन सा स्थान हैं जहां भ्रष्टाचार नहीं ? मगर लोग भ्रष्टाचार को जब स्वयं आमंत्रण देंगे तो देश और दुनिया को इसका भुगतान तो करना ही होगा। ये भ्रष्टाचार तो लोगो के घरो में भी अपना स्थान बना रखा हैं क्योकि लोग आज इस युग में अपनों के बीच रहकर भी केवल अपना फायदा सोचते हैं। अपने निजी स्वार्थ और ऐशो आराम के लिए ना जाने कितने ऐसे लोग मौजूद हैं जो इस भ्रष्टाचार को अंजाम देने का कार्य कर रहे हैं। कभी चोरी, कभी किसी की हत्या, कभी किसी का शोषण, तो कभी अपने फायदे के लिए झूठ को सच में तब्दील करना ये सब भ्रष्टाचार नहीं तो फिर और क्या हैं ? अफ़सोस की बात तो ये हैं इस भ्रष्टाचार को फैलाने में कितने बड़े-बड़े जाने-माने लोगो का भी हाथ हैं जो एकमात्र देश और दुनिया से ही नहीं खेल रहे बल्कि ईश्वर के बनाए नियम और मर्यादा का भी उलंघन कर रहे हैं। चाहे फिल्मी दुनिया हो या राजनीति भ्रष्टाचार हर जगह मौजूद हैं। क्योकि नामी हस्तियों को इस भ्रष्टाचार से ही तो गुजारा हो रहा।  

भ्रष्टाचार का सही अर्थ -

इस संसार में जो भ्रष्टाचार का सही अर्थ जान जाएगा यदि वो भर्ष्टाचार के रास्ते पर चल भी रहा हो तो वो उस रास्ते को हमेशा के लिए छोड़ देगा और स्वतः ही वो सत्य और न्याय का अनुसरण करने पर बाध्य हो जाएगा। 

भ्रष्टाचार को यदि दो भागों में विभाजित करें तो भ्रष्ट+आचार ये शब्द निकलता हैं भ्रष्ट यानी नैतिक पतन, दुर्व्यवहार,अशिष्ट और आचार यानी चाल-चलन, चरित्र इन दोनों को जोड़ कर ही भ्रष्टाचार बनता हैं। जिस शब्द का अर्थ ही अनर्थ हैं जो आपके जीवन को ही भ्रष्ट करने का प्रयास करे आपके द्वारा उसका चयन करना एकमात्र आपके जीवन को ही नहीं बल्कि आपको भी पूरी तरह से तबाही और बर्बादी की ओर अग्रसर कर सकता हैं। 

मगर इस संसार में पाप और अन्याय अपनी चरमसीमा को पार कर चूका हैं तो अब आप चाह कर भी अपनी बर्बादी को रोक नहीं सकते क्योकि अब तो इस अन्याय और पाप के अंत का समय आ चूका हैं जिसके पश्चात ही सबका सही मार्गदर्शन हो सकता हैं। 

भ्रष्टाचार को कैसे रोका जा सकता हैं -

भ्रष्टाचार को रोकने का प्रयास सिर्फ एक इंसान के बस की बात नहीं,क्योकि इस पूरे देश और दुनिया में इस भ्रष्टाचार का ही बोलबाला हैं। यदि इसे रोकने का प्रयास कोई कर सकता हैं तो वो हैं एक असाधारण व्यक्तित्व जो एक अच्छे बदलाव में विश्वास रखता हो जिसके पास बड़ा शासन और सक्ता हो इसके बावजूद उसके स्वाभाव में सभी के लिए दया भाव हो, नम्रता, विवेकशीलता,मानवता, परोपकारी,और जो निस्वार्थ भाव से सभी को एक समान देखता हो जो हर जुल्म और अन्याय के लिए आवाज़ उठाने की हिम्मत रखता हो। मगर इस कलयुग में ऐसा न्यायप्रिय कोई हैं ? यदि कोई ऐसा होगा भी तो ना उसके पास शासन सक्ता होगी ना ही ताक़त यही तो कलयुग की लीला हैं, जिसके दिल में बस रहा न्याय वही सह रहा अन्याय और जिसके दिल में बस रहा अन्याय वो कर रहा अन्याय। 

आप एक ऊँगली से क्या कोई बड़ा और भारी बोझ उठा सकते हैं ? इसका जवाब हैं नहीं भला एक ऊँगली इतना बड़ा बोझ कैसे उठा पाने में सक्षम होगी भला ? हाँ मगर अपनी पांचो उंगलियों की मदद से अपने एक हाथ से आप उस बोझ को उठा पाने में सक्षम होंगे। अर्थात यदि इस विश्व में सभी नागरिक एक हो जाए और भ्रष्टाचार को हमेशा के लिए खत्म करने का फैसला ले ले,तो यक़ीनन भ्रष्टाचार से सबको मुक्ति मिल सकती हैं। इस दुनिया में कुछ ऐसे लोग हैं जो भय के कारण चुप रहते हैं ऐसे लोग ना कहना नहीं जानते हर जुल्म को अन्याय और शोषण को चुपचाप सहन करते रहते हैं, ये भी एक भ्रष्टाचार ही हैं जो अन्याय और अधर्म को बढ़ावा देने की चेष्टा कर रहा। लोग पैसे और ताक़त को देख बिक जाते हैं शासन और सक्ता के तहत यहां बड़ी नौकरियां लोगो को आसानी से मिल जाती हैं और जो गरीब मेहनती छात्र और छात्राएं हैं उन्हें उनकी परिश्रम का फल नहीं मिलता जिससे वो तंग आ कर खुदखुशी कर लेते हैं। ये भ्रष्टाचार लोगो के जीवन को नर्क बनाने का कार्य करता हैं मगर जो इस भ्रष्टाचार के दलदल में फसें हैं उन्हें इतनी आसानी से छुटकारा नहीं मिल सकता जबतक ये प्रकृति न्याय नहीं करती भर्ष्टाचारियो के शोषण से ये देश मुक्त नहीं हो सकता। 

* जो हो रहे भ्रष्ट ये इंसान,चारो तरफ छाया हैं झूठ का गुणगान, फिर क्या करोगे तुम ले कर किताबो का ज्ञान, जब तुम्हे यही नहीं पता, होता हैं क्या वास्तविक ज्ञान।




Corruption takes not only our country but also our lives in the wrong direction, but in our country this corruption has corrupted everyone's intellect which is making them incapable of understanding right and wrong.People are forced to do anything for their own benefit. In this Kaliyug, people have forgotten their humanity, their duties and even their rites.

The Main Reason For The Spread of Corruption is-

Which country or place is there where there is no corruption? But when people themselves invite corruption, then the country and the world will have to pay for it.This corruption has made its place in people's homes also because in today's era people think only about their own benefit even while living among their loved ones. There are so many people who are carrying out this corruption for their personal benefit and luxury.Sometimes theft, sometimes murder of someone, sometimes exploitation of someone, sometimes converting lies into truth for one's own benefit, if all this is not corruption then what is it? The sad thing is that so many big and famous people are also involved in spreading this corruption, who are not only playing with the country and the world but are also violating the rules and limits made by God.Whether it is film world or politics, corruption is present everywhere. Because famous personalities are going through this corruption.

The True Meaning of Corruption-

In this world, whoever will know the true meaning of corruption, even if he is walking on the path of corruption, he will leave that path forever and will automatically be forced to follow truth and justice

If we divide corruption into two parts, then the word that comes out is corrupt + conduct. Corrupt means moral degradation, misbehavior, rudeness and conduct means behavior, character. Corruption is formed by combining these two.The word which itself means disaster, choosing it which tries to corrupt your life can lead not only your life but you too towards total destruction and ruin.

But in this world, sin and injustice have crossed their peak, so now even if you want, you cannot stop your destruction because now the time has come to end this injustice and sin, after which only everyone can be guided correctly.

How Can Corruption be Prevented-

Trying to stop corruption is not a task that just one person can do, because this corruption is prevalent in the whole country and the world.If anyone can try to stop this, then it is an extraordinary personality who believes in a good change, who has great power and authority, yet has compassion for everyone in his nature, humility, prudence, humanity, philanthropy, and who selflessly sees everyone as equal, who has the courage to raise voice against every oppression and injustice. But is there anyone like this in this Kaliyug? Even if there is someone like that, he will neither have the power to rule nor the strength, this is the play of Kaliyug, the one who has justice in his heart is tolerating injustice and the one who has injustice in his heart is committing injustice.

Can you lift a big and heavy load with one finger? The answer is no. How can one finger be able to lift such a big load? Yes, but with the help of your five fingers, you will be able to lift that load with one hand. That is, if all the citizens of this world unite and decide to end corruption forever, then surely everyone can get rid of corruption.There are some people in this world who remain silent due to fear. Such people do not know how to say no. They silently tolerate all oppression, injustice and exploitation. This is also a form of corruption which is trying to promote injustice and unrighteousness.People get sold for money and power. Under the rule and power, people get big jobs easily and the poor hardworking students do not get the fruits of their hard work, due to which they get fed up and commit suicide. This corruption makes the life of people hell, but those who are stuck in the quagmire of this corruption cannot get rid of it so easily. Until nature does justice, this country cannot be freed from the Exploitation of the corrupt.

* These people are getting corrupt, there is praise of lies all around, then what will you do with the knowledge from books, when you don't even know what real knowledge is..

Comments


  1. We should never earn money by following unrighteousness because one day God will definitely take account of it from us and we will get punishment as per our deeds and then there is nothing left except repentance.🥳👍

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    1. You are absolutely right, I agree with your facts and views...Thank you

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