कौन ला सकता है तुम्हारे जीवन में बदलाव ? Who can bring change to your life?

Snehajeet Amrohi
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अपनी खुशियों के लिए तुम दूसरो पर आश्रित रहते हो, कभी ये क्यों नहीं सोचा जिनके लिए तुम दिन रात सोचते हो वो भी तुम्हारे लिए सोचते है या नहीं ? 

आज कल के कुछ युवा हिम्मत हार जाते है, उन्हें लगता है कि सब कुछ उन्हें बना बनाया मिल जाए मगर ऐसा नहीं होता, ये जिंदगी है, कोई खेल नहीं, जिंदगी को यदि गंभीरता से नहीं लिया गया तो ये जिंदगी कभी तुम्हे बेहतर दिशा नहीं प्रदान कर सकती है। 

 किस्मत के भरोसे रहने वालो को तमाम उम्र आज तक कुछ भी हासिल नहीं हुआ और ना ही हो सकता है, क्योकि तुम्हारी किस्मत भी तुम्हारी  ही मोहताज होती  है, अपने कठिन प्रयासों से जो अपनी किस्मत को सवारने में लग जाता है, वही इंसान एक दिन अपना नाम और पहचान बना पाने में सफल होता है। 

मैं सभी युवा पीढ़ी से एक ही बात कहना चाहूंगी भूल सबसे होती है,जिंदगी में हार और जीत लगी रहती है,दुख सुख भी आते जाते रहते है, अपमान भी जीवन में एक बार सबको सहना पड़ता है, इसका मतलब ये नहीं तुम अपनी जिंदगी से नफरत करने लगोगे और हर वक्त नकारात्मकता से घिरे रहोगे, यदि कोई परेशानी तुम्हारे दिमाग को अशांत करने का प्रयास कर रही, यदि किसी के द्वारा कहे गए कठोर शब्द तुम्हारे दिमाग में शोर की वजह है, तो इससे बाहर निकलने का एक ही रास्ता है, वो रास्ता बस तुम जान सकते हो कोई अन्य नहीं क्योकि समस्या यदि तुम्हारे पास चल कर आई है तो उसका हल भी अवश्य ले कर आई होगी जिसे तुम्हे ढूंढने का प्रयास करना है। 

तुम खुद से बस एक ही सवाल पूछो जिसने तुम्हे दुख पहुंचाया है वो क्या तुम्हारा अपना है ? यदि वो अपना होता तो तुम्हे दुख पहुंचाने से पहले कई बार सोचता, यदि वो कोई गैर है तो तुम्हे बिल्कुल भी उसकी बातो से परेशान नहीं होना चाहिए क्योकि गैरो को तुम्हारे दर्द और तकलीफ से कोई मतलब नहीं, फिर क्यों तुम उसके लिए अपना कीमती समय नष्ट कर रहे हो ? क्योकि जिसने तुम्हे तकलीफ पहुंचाई है उसका काम तो सफल हो गया वो यही चाहता था कि तुम उसकी बातो से दुखी रहो और तुम बिल्कुल उसकी सोच के मुताबिक कार्य कर रहे हो, क्या ये सही है ? 

तुम अपने साथ ना इन्साफ़ी नहीं कर रहे ?

तुम बेवजह भगवान को दोषी मानते हो, क्या भगवान ने कहा तुम उदास रहो ? तुम किसी पर भी विश्वास कर लो ? तुम अपनी खुशियों के लिए किसी दूसरे पर आश्रित रहो ? तुम अपना जीवन किस्मत के भरोसे बिता दो ? तुम किसी के प्यार को पाने के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दो ? क्या भगवान ने कहा किसी के साथ धोखा करो  ? क्या भगवान ने कहा किसी को दुख पहुंचाओ ?

एक बात जीवन में हमेशा याद रखना सच्चे प्यार को ढूंढने की जरूरत नहीं होती वो एक दिन खुद चल कर तुम्हारे पास आएगा, मगर जल्दबाजी में बिना सोचे बिना जाने तुम हर तरफ प्यार को तलाशोगे तो यकीनन तुम्हारी नजरे धोखा खाएगी फिर तुम उसके शोक में अपना तमाम जीवन बर्बाद कर लोगे। 

युवाओं से मेरा यही अनुरोध है कि जो उम्र आप सभी को अपने करियर और पढ़ाई को देना चाहिए वो उम्र आप फालतू के काम में बर्बाद करेंगे तो बाद में आपको असफलता और दुख के सिवा कुछ भी हासिल नहीं होगा, क्योकि उम्र किसी का इंतेजार नहीं करता,  ना ही समय किसी के लिए बैठा रहता है

जो जीवन में अपने समय के साथ अपना हर कार्य करता है वही जिंदगी और किस्मत से लड़ कर जीत हासिल करता है। 


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SNEHA AMROHI- ( From- India )




You are dependent on others for your happiness. Why have you never thought about whether those for whom you think day and night also think about you or not?

Some of today's youth lose courage, they think that they will get everything readymade but it doesn't happen like that, this is life, not a game, if life is not taken seriously then this life can never provide you a better direction.

Those who depend on luck have not achieved anything in their entire life and neither can they achieve anything, because your luck is also dependent on you, the person who tries hard to make his luck, only that person is successful in making his name and identity one day.

I would like to say only one thing to the young generation that everyone makes mistakes, there are wins and losses in life, happiness and sorrow keep coming and going, everyone has to face insults once in life, this does not mean that you will start hating your life and will be surrounded by negativity all the time, if some problem is trying to disturb your mind, if harsh words said by someone are the reason for the noise in your mind, then there is only one way to get out of this, That way can only be known by you, no one else because if the problem has come to you then it would have definitely brought its solution also which you have to try to find.

Just ask yourself one question, is the person who has hurt you your own? If he was your own, he would have thought many times before hurting you. If he is a stranger, then you should not be bothered by his words at all because strangers do not care about your pain and suffering. Then why are you wasting your precious time on him? Because the person who has hurt you, his work has been successful. He wanted you to be sad because of his words and you are acting exactly according to his thinking. Is this correct?

 Aren't you being unfair to yourself?

You blame God without any reason. Did God tell you to be sad? You can trust anyone? You can depend on someone else for your happiness? You spend your life at the mercy of fate? You can put your life at stake to get someone's love? Did God tell you to cheat someone? Did God tell you to hurt someone?

Always remember one thing in life, there is no need to search for true love, it will come to you one day by itself, but if you search for love everywhere in a hurry without thinking and without knowing, then surely your eyes will be deceived and then you will waste your whole life mourning for it.

My request to the youth is that if you waste the age that you should devote to your career and studies in useless work, then later you will not get anything except failure and sadness, because age does not wait for anyone, neither time waits for anyone.

 The one who does all his work in life with his time, only he wins by fighting with life and destiny.


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SNEHA AMROHI- ( From- India )


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  1. Our fate changes only when we struggle and move forward in our lives. A very lovely article by you from which all the youth will get a very good lesson.👍😊

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