(After all, To Whom Does The Good Fortune in Your House Belong?) ''आखिर किससे हैं,आपके घर का सौभाग्य ?''

Snehajeet Amrohi
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एक स्त्री ही पुरे संसार की नींव हैं। स्त्री से ही संसार हैं। स्त्री के बिना पुरुष अधूरे माने जाते हैं तथा स्त्री और पुरुष के मिलन से ही ये संसार कायम हैं। इस संसार का सृजन पुरुष और स्त्री के मिलन से ही पूर्ण होता हैं। सर्वप्रथम इस संसार में पुरुष और प्रकृति,अर्थात शिव और शक्ति ने अपने मिलन एवं अपने प्रेम का अध्याय आरम्भ किया। शिव और शक्ति के विवाह के पश्चात ही,संसार में  विवाह और गृहस्थ जीवन की शुरुआत हुई। एक स्त्री के कई रूप होते हैं वो अपने गृह की लक्ष्मी भी कहलाती हैं, तथा अन्नपूर्णा भी कहलाती हैं। पति का सौभाग्य एकमात्र उसकी पत्नी से ही होता हैं। पत्नी के जीवन का आधार उसका पूरा संसार उसका पति होता हैं। गृहस्थ जीवन सुनने में जितना सरल लगता हैं, वास्तविक में यह इतना सरल जीवन नहीं होता। जब किसी पुरुष और स्त्री का विवाह होता हैं विवाह के उपरांत उनकी  अनेको जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं, विवाह कोई खेल नहीं होता,की जब मर्ज़ी आए विवाह सूत्र में बंध जाओ और जब मर्ज़ी आए विवाह बंधन तोड़ दो। आजकल लोग विवाह जैसे पवित्र बंधन को कागज़ के टुकड़े के सहारे चलने वाला रिश्ता समझ बैठे हैं। इस संसार में अक्सर लोग जब मर्ज़ी आए, किसी से प्रेम रिश्ते में बंध गए जब मर्ज़ी आए अपनी पत्नी को तलाख दे कर किसी और से दूसरी विवाह कर लिया। माना की यह आपका जीवन हैं और आपके फैसले हैं मगर इसका मतलब ये बिलकुल नहीं की आप ईश्वर द्वारा बनाए गए नियमो का उलंघन करो। जिसे एक बार सच्चा प्यार हो जाता हैं,वो अपने जीवनसाथी का अधिकार और प्यार किसी अन्य को देना तो दूर की बात हैं, किसी अन्य को सोचता भी नहीं। मेरी यह बात सदा स्मरण रखे मनुष्य को यह जीवन ईश्वर ने दिया हैं। सभी मनुष्यो की रचना ईश्वर ने की हैं। सभी मनुष्य के दो हाथ और दो पैर होते हैं, क्योकि सिर्फ एक के सहारे आप कोई कार्य कुशलता से कदापि नहीं कर सकते। तो पुरुष स्त्री भी ठीक उसी प्रकार एकही शरीर के दो हिस्से होते हैं एक के बिना दूसरे का महत्त्व नहीं हैं इस संसार में। तो आप अपने ही शरीर के अंग को कष्ट पहुंचाने के बारे में कैसे सोच सकते हैं। एक स्त्री ही घर की लक्ष्मी और वैभव का प्रतिक होती हैं, स्त्री का सम्मान उस देवी महालक्ष्मी का सम्मान के बराबर माना गया हैं। जब स्वयं ईश्वर भी स्त्री का दिल से सम्मान करते हैं तो आप मनुष्य का तो यह विशेष महत्वपूर्ण फ़र्ज़ और उदेश्य बनता हैं की आप अपनी पत्नी वो सम्मान और प्यार दे जिनकी वो हक़दार हैं। जो पुरुष अपनी पत्नी का सदैव सम्मान करते हैं और अपनी जिम्मेदारी को उचित प्रकार निभाते हैं वो अपने जीवन के हर मोड़ पर सफलता प्राप्त करते हैं। जो पुरुष सदैव स्त्री का अपमान और अनादर करते हैं वो आजीवन दुःख और पीड़ा से ग्रसित होते हैं। यह एकमात्र लेख नहीं,यह कोई किताबी बाते नहीं,यह एक महत्वपूर्ण सच्चाई हैं जिससे समस्त संसार को अवगत होना अनिवार्य हैं। पति पत्नी एक दूसरे का सम्मान करे अपने वैवाहिक जीवन को प्यार और विश्वास के साथ खुशहाल बनाए। 



A woman is the foundation of the entire world. The world exists only because of women. Men are considered incomplete without women and this world exists only through the union of man and woman. The creation of this world is completed only by the union of man and woman. First of all, in this world, man and nature, i.e. Shiva and Shakti, started the chapter of their union and their love. Only after the marriage of Shiva and Shakti, marriage and household life started in the world.A woman has many forms, she is also called Lakshmi of her house, and is also called Annapurna. A husband's good fortune comes only from his wife. The basis of a wife's life, her whole world is her husband. As simple as family life sounds, it is not so simple in reality. When a man and a woman get married, many of their responsibilities increase after marriage, marriage is not a game, you can get married whenever you want and break the marriage bond whenever you want. Nowadays people have considered a sacred bond like marriage to be a relationship that runs on the basis of a piece of paper. In this world, people often get into love relationships whenever they wish, divorce their wives, and marry someone else whenever they wish.I agree that this is your life and your decisions, but it does not mean that you should violate the rules made by God. One who once falls in true love, does not even think of giving his life partner's rights and love to anyone else. Always remember this thing of mine, God has given this life to man. All human beings have been created by God. Every human being has two hands and two legs, because you can never do any work efficiently with the help of just one. Similarly, man and woman are also two parts of one body, one without the other has no importance in this world. So how can you even think of hurting your own body part? A woman is the symbol of Lakshmi and glory of the house, respect for a woman is considered equal to respect for Goddess Mahalakshmi. When even God himself respects a woman from his heart, then it becomes a very important duty and objective of a human being to give his wife the respect and love she deserves. Men who always respect their wives and fulfill their responsibilities properly achieve success at every turn of their life. Men who always insult and disrespect women suffer lifelong sorrow and pain. This is not the only article, this is not a bookish thing, this is an important truth which is mandatory for the whole world to be aware of. Husband and wife should respect each other and make their married life happy with love and trust.


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  1. आपने सही कहा पति-पत्नी एक दूसरे के बिना अधूरे हैं दोनों को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए पति-पत्नी का रिश्ता अटूट होना चाहिए तभी घर में खुशहाली आती है।

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