अतीत को कैसे भुलाए ? How to forget the Past?
वर्तमान,अतीत और भविष्य सबका होता है,जो आज है वो वर्तमान है,जो बीत गया वो अतीत है, और जो आने वाला कल होगा वो कहलाता है…
वर्तमान,अतीत और भविष्य सबका होता है,जो आज है वो वर्तमान है,जो बीत गया वो अतीत है, और जो आने वाला कल होगा वो कहलाता है…
अपनी खुशियों के लिए तुम दूसरो पर आश्रित रहते हो, कभी ये क्यों नहीं सोचा जिनके लिए तुम दिन रात सोचते हो वो भी तुम्हारे…
चार युग है,जिसमें पहला है सतयुग,दूसरा त्रेतायुग,तीसरा द्वापरयुग और चौथा है कलियुग। सतयुग- जिसमे केवल सत्य की राह को …
मनुष्य का मन कभी स्थिर नहीं रहता कोई ना कोई बात हर घड़ी मनुष्य के मन को अशांत करते रहती है,यही कारण है कि मनुष्य कभी सुक…
क्यों गुप्त लीला होती है एक अवतार की ? क्यों अपने ही भक्तो के करीब रह कर वो अपने ही भक्तो की परीक्षा लेते है और उनके …
किसी ऊंचाई तक पहुंचने के लिए हमे पहले शुरुआत नीचे की सीढ़ियों से करनी पड़ती है,कोई भी तुरंत ऊंचाई तक नहीं पहुंच सकता। …
यदि कोई कार्य सिद्ध नहीं हो रहा,यदि तुम्हारी मंजिल कठिन प्रयासों के बाद भी तुम्हे निराश कर रही है, तो इससे कभी हार मत…
वक्त चाहे कितना भी बदल जाए मगर इंसान के खयालात कभी वक्त के साथ नहीं बदलना चाहिए। कहने का अर्थ है दुनिया में सब कुछ पै…
अच्छाई और सच्चाई कभी किसी सबूत और सफाई की मोहताज नहीं होती,क्योकि अच्छाई और सच्चाई में साक्षात ईश्वर का वास होता है औ…
चाहे भारत हो या विदेश,चाहे सनातन धर्म हो या इस्लाम, चाहे तुम किसी भी धर्म या जाति से ताल्लुक रखते हो मगर हो तो सभी मन…