दुनिया यहीं तक सिमित नहीं हैं। इस धरा पर जो भी आया हैं वो एक ना एक दिन अपनी उम्र जी कर फिर उसी लोक को जाता हैं जहाँ से वो आया था। तमाम उम्र लोग ना जाने कितनी अनावश्यक बातो के लिए, कभी वस्तुओ के लिए, धन के लिए, एक दूसरे के शत्रु बने फिरते हैं। मनुष्य ये भूल जाता हैं कि जो कीमती जीवन उसे ईश्वर से प्राप्त हुआ हैं वो बार-बार प्राप्त नहीं होगा इसलिए जो उसे मिला हैं और जितना उसने अर्जित किया हैं उसमे संतोषजनक रहे। जन्म से पहले और जन्म के बाद कोई आपका ना ही शत्रु होता हैं और ना ही मित्र मगर जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं अनावश्यक बातो के पीछे भागते हैं सही गलत को परखे बिना कोई भी निर्णय बिना सोचे समझे ले लेते हैं जिससे आपको आगे चल कर अनेको समस्याओ का सामना करना पड़ता हैं और कई विरोधी शत्रु भी आपके समक्ष आ कर खड़े हो जाते हैं।
कुछ जरुरी बाते और अनमोल सीख अपने जीवन में अमल करे।-👈
सबसे पहली बात तो दुसरो कि कही बातो पर ध्यान ना दे ,जबतक आप खुद अपनी आँखों से देख ना ले और कानो से सुन ना ले तबतक किसी भी बात पर यकीन ना करे। पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते में दूसरों की दखलअंदाजी बिल्कुल बर्दाश्त ना करे क्योकि समाज में कुछ लोग किसी के सुखी दाम्पत्य जीवन को देख नहीं पाते उन्हें तोड़ने का प्रयास करते हैं। अपने जीवनसाथी पर विश्वास और भरोसे को बनाए रखे। किसी बाहरी इंसान को अपने घर का कोई भी राज जाहिर ना करे। भागदौड़ भरी जिंदगी में किसी को फुर्सत नहीं कि वो कुछ पल अपने घर परिवार को दे जिनके लिए वो इतनी मेहनत कर रहे। माना कि जिंदगी बिताने के लिए पैसे का भी होना आवश्यक हैं मगर इतना पैसा किस काम का जब आपके अपने आपसे खुश ना हो ? पैसे से आप सबकुछ खरीद सकते आप अपने ऐशो आराम के लिए अनेको वस्तुए भले ही खरीद सकते हैं मगर सुख, ख़ुशी, शांति, सच्चा प्यार, जीवनसाथी और चैन की नींद आपको पैसो से हासिल नहीं हो सकता। इसलिए आप अपने जीवन में ज्यादा लोभ- लालच को सदैव खुद से दूर रखे। भय को कभी अपनी जिंदगी पर हावी ना होने दे। क्योकि भय को और बढ़ावा देता हैं प्राणी का हर पल भयभीत रहना। आखिर किस बात का भय हैं ? भय उसे होता हैं जो आजीवन गलत रास्ते और गलत निति पर अपने जीवन का गुजर बसर करता हैं निर्दोष प्राणियों को सताता हैं सदा अधर्म के रास्तो पर चलता हैं। मगर सत्य और धर्म को भयभीत कदापि नहीं होना चाहिए। रिश्तो में कभी झूठ और फरेब का सहारा ना ले। झूठ आपके रिश्ते को दीमक की तरह खोखला कर देता हैं। फिर आप किसी के विश्वास के पात्र नहीं रह पाते। इससे आपकी मान प्रतिष्ठा भी चली जाती हैं फिर कोई भी आपका सम्मान नहीं करता। एक गरीब इंसान भी एक अमीर इंसान से अधिक सम्मान पा सकता हैं यदि उसने आजीवन धर्म और सत्य के मार्ग का ही चयन किया हो तो। कम पैसे होने से आप गरीब नहीं कहलाते अधिक पैसे होने से आप अमीर नहीं कहलाते क्योकि सच्चाई तो कुछ और ही हैं वो हैं मनुष्य में इंसानियत और धर्म का जागृत होना सत्य और मानवता से संसार का कल्याण चाहना और असहाय निर्बल कि सहायता करना। किसी को खुद से छोटा और गरीब समझने कि भूल ना करे ज्यादा अहंकार और खुद पर गुरुर करना ईश्वर की नजरो से आपको गिरा देता हैं। क्योकि दुनिया यही तक सिमित नहीं इससे भी ऊपर प्राणियों के जीवन के अंत के पश्चात उसके अनेको कर्मो का हिसाब ऊपर होता हैं वो ईश्वर के न्याय कि दुनिया हैं।
Implement some important things and valuable lessons in your life.-👈
First of all, don't pay attention to what others say, don't believe anything until you see it with your own eyes and hear it with your ears. Do not tolerate interference from others in the sacred relationship between husband and wife because some people in the society are unable to see a happy married life and try to break it. Maintain trust and confidence in your spouse. Do not reveal any secret of your house to any outsider. In this busy life, no one has time to give a few moments to their family for whom they are working so hard. I agree that it is necessary to have money to live life, but what is the use of so much money if you are not happy with yourself? You can buy everything with money. You may buy many things for your luxuries but you cannot get happiness, joy, peace, true love, life partner and peaceful sleep with money. Therefore, you should always keep yourself away from excessive greed in your life.Never let fear dominate your life. Because being afraid every moment of the creature further promotes fear. After all, what are you afraid of? Fear is felt by the one who spends his whole life on wrong path and wrong policy, tortures innocent creatures and always follows the path of unrighteousness. But truth and religion should never be afraid.Never resort to lies and deceit in relationships. Lies make your relationship hollow like termites. Then you are no longer worthy of anyone's trust. Due to this you also lose your respect and prestige, then no one respects you. Even a poor person can get more respect than a rich person if he has chosen the path of religion and truth throughout his life. Having less money does not make you poor, having more money does not make you rich because the truth is something else, that is awakening of humanity and religion in man, seeking welfare of the world through truth and humanity and helping the helpless and weak. Don't make the mistake of considering someone smaller and poorer than yourself. Being too egoistic and proud of yourself makes you fall from the eyes of God.Because the world is not limited to this, and above all, after the end of the life of the living beings, the accounts of their many deeds are accounted for; that is the world of God's justice.
प्रत्येक मनुष्य को किसी दूसरे के कहने पर अपने घर में विवाद नहीं करना चाहिए मनुष्य को हमेशा अपने विवेक से काम लेना चाहिए
ReplyDeleteबहुत ही प्यारा लेख👍
Thank you so much...
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