जब मनुष्य कि कोई इच्छा शीघ्र पूर्ण नहीं हो पाती तो उसके सब्र का बांध टूटने लगता हैं। मनुष्य को यही लगने लगता हैं आखिर तमाम कोशिशों के बावजूद उसकी इच्छा पूरी क्यों नहीं हो रही ?आप मनुष्य अपनी हर इच्छा भले ही किसी अन्य से ना बताओ मगर ईश्वर के समक्ष अपनी हर इच्छाओं के पूर्ति हेतु अनेको प्राथनाएं अवश्य करते हो मगर जब आपकी इच्छा पूर्ति होने में विलम्ब होता हैं तो आप ईश्वर के न्याय पर प्रश्न उठाने लग जाते हो ईश्वर पर दोषारोपण लगाने लगते हो। आपका सवाल ईश्वर से यही रहता हैं आखिर आपकी दुआ कुबूल क्यों नहीं हुई ? आखिर ईश्वर आपकी इच्छा पूर्ण क्यों नहीं कर रहे ? आपकी इच्छाओ कि पूर्ति में इतना विलम्ब क्यों ? आपकी यही जिज्ञासा आपको भीतर से कमजोर और हताश कर देती हैं। अब जरा इन बातो पर इन तथ्यों पर गौर करे मान लो आपके किसी अपने कि ये इच्छा हैं कि वो जिस शख्स को बेहद चाहता हैं उसकी शादी उससे हो जाए मगर आपको पता हैं वो शख्स उसके लिए सही नहीं तो क्या आप अपने प्रिय-जन को ऐसे शख्स के साथ रहने का और उसे अपनी जिंदगी बिताने का सलाह दोगे ? ठीक उसी प्रकार ईश्वर भी आपकी कुछ इच्छाओ को पूर्ण नहीं करते मगर इसका मतलब ये नहीं कि ईश्वर को आपकी फ़िक्र नहीं बल्कि ईश्वर आपके सोच से कही अधिक आपको प्रदान करते हैं जो आपके लिए सही साबित हो। क्या इस संसार में केवल आप मनुष्यो कि ही इच्छाएं होती हैं ?ईश्वर कि क्या कोई इच्छा नहीं होती ? ईश्वर कि भी इच्छाएं होती हैं और उनकी यही इच्छा होती हैं कि उनकी संतान अपने सही मार्ग से कभी ना भटके, उनकी संतान कभी अधर्म और बुराई के रास्ते पर ना चले। मगर क्या इस संसार के मनुष्य ईश्वर के दिखाए मार्ग और उनके द्वारा दिए सीख का पालन कर रहे हैं ? जब आपकी इच्छा पूर्ण नहीं होती आप दुःखी हो जाते हैं अत्यंत विचलित हो जाते हैं,कभी सोचा हैं कि ईश्वर कितने दुःखी होते हैं अपने बनाए संसार को बर्बाद होते देख अपनी संतान को सही मार्ग से भटकते देख कितनी पीड़ा का अनुभव होता होगा ईश्वर को, ये बस ईश्वर ही जानते हैं। कभी-कभी कुछ अच्छे लोगो के साथ ऐसे हालात आ जाते हैं जब उन्हें लगने लगता हैं आजीवन मैंने सबका भला सोचा सदैव सबका सम्मान किया सबकी मदद की मगर जो मैं चाहता हूँ मेरे साथ वैसा क्यों नहीं होता ? मेरी इच्छा क्यों पूरी नहीं हो पा रही ? आपकी इच्छा चाहे किसी जॉब कि हो या कुछ अन्य उसके पूर्ण ना होने पर आप हताश होने लगते हैं आपका यक़ीन खुद पर और ईश्वर पर कमजोर होने लग जाता हैं। मगर यही आपके धैर्य कि परीक्षा होती हैं क्योकि ईश्वर आपकी इच्छा से भी बड़ा देना चाहते हैं जो सही वक़्त आने पर खुद ही आपको एहसास होने लगता हैं अनेको संकेतो के माध्यम से ईश्वर आपको ये एहसास कराने लगते हैं कि तुम्हारे धैर्य कि परीक्षा अब समाप्त हुई तुमने जो चाहा उससे कही अधिक बढ़ कर मैं तुम्हे प्रदान करने वाला हूँ जिसे पा कर तुम्हे ऐसा महसूस होगा कि अब तुम्हारी जिंदगी में कोई कमी नहीं जो मैं तुम्हे प्रदान करने जा रहा उसके समक्ष कुछ भी अन्य पाने योग्य नहीं। अच्छे लोगो से ईश्वर यही कहना चाहते हैं जो तुम्हे मिला हैं वो हर किसी को मिल पाना संभव नहीं, तुम्हारे पास वो हैं जो किसी अन्य के पास नहीं।
ये जीवन हैं,समस्याएँ तो आएगी और जाएगी इन समस्याओ से कभी विचलित ना होना क्योकि यही समस्याएँ तुम्हे बहुत कुछ सीखा कर जाएगी।
When a person's wish is not fulfilled quickly, his patience begins to break. Man begins to think that why his wish is not being fulfilled despite all his efforts? You may not tell your every wish to anyone but you definitely offer many prayers to God for the fulfillment of all your wishes, but when your wish is not fulfilled, If there is a delay in fulfillment, you start questioning God's justice and start blaming God. Your question to God remains, why was your prayer not accepted? After all, why is God not fulfilling your wish? Why so much delay in fulfillment of your wishes? This curiosity of yours makes you weak and frustrated from within.Now just consider these facts. Suppose one of your loved ones wishes to get married to the person whom he/she loves very much but you know that the person is not right for him/her. So, should you marry your loved one? Would you advise him to live and spend his life with such a person? In the same way, God also does not fulfill some of your desires, but this does not mean that God is not concerned about you, rather God gives you more than you can think, which proves to be right for you. Do only you humans have desires in this world? Does God have no desires? God also has desires and his only wish is that his children should never deviate from their right path, their children should never follow the path of unrighteousness and evil. But are the humans of this world following the path shown by God and the lessons given by him? When your wish is not fulfilled, you become sad and extremely disturbed. Have you ever thought about how sad God is? How much pain God must experience after seeing His created world getting destroyed, seeing His children wandering from the right path. Only God knows this.Sometimes such situations arise with some good people when they start feeling that all their life I have thought well of everyone, always respected everyone, helped everyone, but why doesn't what I want happen to me? Why is my wish not being fulfilled? Be it your desire for a job or anything else, if it is not fulfilled, you start getting frustrated and your faith in yourself and God starts weakening. But this is the test of your patience because God wants to give more than your wish, which when the right time comes, you start realizing it yourself. Through many signs, God starts making you realize that the test of your patience is now over. I am going to give you much more than what you wanted, after getting it you will feel that now there is nothing missing in your life, nothing else is worth getting compared to what I am going to give you. God wants to say to good people that it is not possible for everyone to get what you have got, you have what no one else has.
This is life, problems will come and go, never get distracted by these problems because these problems will teach you a lot.
इस लेख को पढ़कर मुझे बहुत प्रेरणा मिली और मुझे ईश्वर पर पूर्ण विश्वास हुआ कि वह समय आने पर अवश्य हमारे कर्मों का फल देते हैं।
ReplyDeleteबहुत प्यारा लेख👍
Thank you so much....
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