इस दुनिया में सबकी विचारधारा एक समान नहीं होती हैं। हर इंसान अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीना पसंद करता हैं। हर इंसान की पसंद-नापसंद एक समान नहीं होती हैं। इसलिए इस दुनिया में अक्सर वाद-विवाद जैसी अनेको समस्याएं उत्पन्न होते रहती हैं। किसी व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति से मतभेद होने का एकमात्र वजह हैं उनकी आपसी विचारधारा और उनकी पसंद-नापसंद का आपसी मेल ना होना। कुछ लोग किसी से बेशुमार प्यार करते हैं मगर उनकी विचारो को उनकी पसंद-नापसंद को समझ नहीं पाते हैं ऐसे में दोनों रिश्ते कमजोर होने लगते हैं और फिर लोग एक दूसरे के साथ हो कर भी खुद को अकेला महसूस करने लगते हैं। मगर कुछ लोगो के साथ ऐसी भी समस्या होती हैं की उनके परिवारवाले उन्हें सही तरीके से समझ नहीं पाते कुछ माता-पिता अपने बेटे या बेटियों की पसंद-नापसंद को अनदेखा कर जो उनको उचित लगता वही फैसला कर अपने बच्चो को या किसी से जबरदस्ती विवाह करने को विवश कर देते हैं तो कहीं पर जो करियर और जॉब का ख्वाब बच्चो का हमेशा से होता हैं उनके माता-पिता उनको उस ख्वाब से दूर कर देते हैं और जैसा उनके रिश्तेदार कहते हैं उनके कहने पर अपने बच्चो के करियर लाइफ में भी दखलअंदाज़ी करते हैं, जिससे उनके बच्चे ज्यादातर तनाव और अकेलापन महसूस करने लगते हैं। ऐसे में बच्चे यही सोचते हैं की हमारे माता-पिता जो हमारे सब कुछ हैं जिनसे हमारी खुशियाँ हैं हमारा संसार हैं वही किसी दूसरे इंसान के कहने पर हमारी जिंदगी का फैसला कर रहे हैं और एक बार भी हमसे हमारी पसंद-नापसंद पूछना भी जरुरी नहीं समझा। ऐसे में या तो कुछ बच्चे कोई गलत कदम उठा लेते हैं या तो अपने परिवार से दूरी बना लेते हैं और अकेला रहना पसंद करने लगते हैं। मगर ज्यादातर लोगो के लिए अकेलापन कई समस्या भी बढ़ा देता हैं। क्योकि अकेलेपन में लोग तनाव और विषाद में डूब जाते हैं और गलत चीज़ो और आदतों का शिकार हो जाते हैं। जैसे ड्रग्स, शराब, स्मोकिंग आदि। एकमात्र इन गलत चीज़ो का तनाव में सहारा लेना उचित नहीं होता हैं किसी के भी जीवन के लिए। क्योकि बुरी लत आपको अनेको गंभीर बीमारियों का भी शिकार बना देती हैं जिससे आपका जीवन बर्बाद हो जाता हैं। इसलिए आप अपने अकेलेपन को भी अपनी सकारात्मक सोच से बदल सकते हैं और बहुत आसानी से अपने अकेलेपन से निजात पा सकते हैं। जैसे आप कोई मोटिवेशनल स्टोरी, इंस्पाइरेशनल कविताएं, या कोई फिल्म आदि देख सकते हैं जिससे आपको एक सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी। आप प्रातः अपने कमरे में किसी दैविक मन्त्र का भी जाप लगा कर सुने या खुद जाप करे इससे बहुत जल्द आपके समस्याओ से आपको बाहर निकलने का रास्ता मिलेगा। आप कोई अच्छी सी संगीत को धीमी आवाज़ में लगा कर सुने, कलात्मक चीज़ो का चयन करे। इससे भी आपको एक नई ऊर्जा मिलेगी।आप कुछ समय के लिए ध्यान करे, इससे आपको अपने नकारात्मक सोच से मुक्ति मिलेगी। यदि आप ऐसा सोचते हैं आपकी जिंदगी में ऐसा कोई नहीं जिसे आपकी पसंद-नापसंद का ख्याल नहीं और आपसे किसी को प्यार नहीं तो ऐसा बिल्कुल ना सोचे क्योकि आपको जिसने ये जिंदगी दी हैं उस ईश्वर को आपसे और आपकी जिंदगी से बहुत प्यार हैं। जो बात आप अपने दिल में रखते हैं और दुःखी रहते हैं खुद को जीवन में अकेला महसूस करते हैं तो आज से ऐसा बिल्कुल ना करे आप अपने दिल की हर बात अपनी हर इच्छा भले ही किसी को नहीं बता सकते मगर ईश्वर से तो बता सकते हैं क्योकि एकमात्र ईश्वर ही हैं जो हर इंसान को सही रास्ते दिखाने में उसकी मदद करते हैं बस आपके मन में विश्वास होना चाहिए और दिल में आस्था होना चाहिए। क्योकि दुसरो के वजह से यदि आप अकेले रह कर खुद को कष्ट या कोई बुरी लत को अपना कर खुद का जीवन दांव पर लगाएंगे तो इससे ना ही आपको कोई ख़ुशी प्राप्त हो सकती हैं और ना ही लोग आपको सही समझेंगे। यदि कुछ करना ही हैं तो ऐसा करो जिससे तुम्हारे माता पिता तुम्हारे रिश्तेदार तुम्हारे निर्णय पर गर्व महसूस करे और ये सोचे की तुमने अपने जीवन का फैसला भले ही खुद अकेले तय किया मगर तुमने कुछ अनुचित नहीं किया। क्योकि अपने जिंदगी का फैसला खुद करना गलत नहीं कहलाता यदि तुम्हारे ईरादे नेक और बड़े हैं तो बेशक तुम अपने जीवन का हर फैसला कर सकते हो सही मार्ग और सही आदतों के दम पर। ✌
Not everyone's ideology in this world is the same. Every person likes to live his life in his own way. Every person's likes and dislikes are not the same. That's why many problems like debates often arise in this world.The only reason for differences between one person and another is the mismatch of their mutual ideologies and their likes and dislikes. Some people love someone immensely but are unable to understand their thoughts, likes and dislikes. In such a situation, both the relationships start weakening and then people start feeling lonely even after being with each other.But there are such problems with some people that their family members do not understand them properly. Some parents, ignoring the likes and dislikes of their sons or daughters, decide whatever they feel is right and force their children to marry someone. If children are forced to do something, then at some places the children's parents always keep them away from that dream of career and job and as their relatives say, they also interfere in the career life of their children at their behest. Due to which their children mostly start feeling stressed and lonely. In such a situation, children think that our parents, who are our everything, from whom we are happy, who are our world, are deciding our lives at the behest of some other person and it is not necessary to ask us about our likes and dislikes even once. understood. In such a situation, either some children take some wrong step or they distance themselves from their family and start preferring to live alone.But for most people loneliness also increases many problems. Because in loneliness people drown in stress and depression and become victims of wrong things and habits. Like drugs, alcohol, smoking etc. Only resorting to these wrong things under stress is not good for anyone's life. Because bad addiction makes you a victim of many serious diseases which ruins your life.Therefore, you can change your loneliness with your positive thinking and can easily get rid of your loneliness. For example, you can watch any motivational story, inspirational poems, or any movie etc. which will give you positive energy. You can also chant any divine mantra in your room in the morning and listen to it or chant it yourself, this will very soon give you a way out of your problems.You listen to some good music at a low volume and choose artistic things. This will also give you new energy.You should meditate for some time, this will give you freedom from your negative thinking.If you think that there is no one in your life who does not care about your likes and dislikes and no one loves you, then do not think like this because the God who has given you this life loves you and your life very much. Whatever you keep in your heart and remain sad, if you feel alone in life, then do not do this at all from today onwards. You may not be able to tell everything in your heart and every wish of yours to anyone, but you can tell it to God. Because God is the only one who helps every person in showing him the right path, you should have faith in your mind and faith in your heart..Because of others, if you risk your life by living alone and suffering or adopting any bad addiction, then neither will you get any happiness from this nor will people consider you right.
If you have to do something, then do it so that your parents and relatives feel proud of your decision and think that even though you took the decision of your life alone, you did not do anything inappropriate. Because it is not wrong to decide your life yourself. If your intentions are good and big then of course you can take every decision of your life on the basis of right path and right habits.✌
आपके इस लेख को पढ़कर एक सकारात्मक ऊर्जा मिली आपका प्रत्येक लेख बहुत सुंदर होता है आप इसी तरह से लिखती रहे। 👍👍
ReplyDeleteThank you so much....
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