कभी-कभी ना चाह कर भी आप अपनों से दूरी बना लेते हैं क्योकि उनके द्वारा कहे गए कठोर शब्द आपके दिल को चुभने लगते हैं और वजह ये भी होती हैं कि आपने जिनसे इतनी उम्मीदे लगाई थी उसने पल भर में आपकी उम्मीदों को तोड़ डाला। जब आप किसी व्यक्ति को कोई कठोर वचन कहते हैं तो आपको ऐसा लगता हैं कि आपने बिल्कुल सही किया क्योकि आप अपने अंदर के गुस्से को अपने कठोर शब्दों के द्वारा कह कर उस इंसान को उसकी भूल का एहसास करा कर उचित कर रहे मगर यही आपकी सबसे बड़ी भूल हैं। जबतक आपको ये नहीं पता कि वो व्यक्ति सही हैं या गलत तबतक बिना जाने आपको कोई कदम नहीं उठाना चाहिए। सबसे जरुरी बात जो संसार में प्रत्येक मनुष्य को इन आदतों को अपनाना चाहिए जो उन्हें कभी किसी के समक्ष शर्मिंदा ना होने दे वो आदत हैं धैर्य, जिसके अंदर धैर्य का वास होता हैं वो कभी किसी के समक्ष शर्मिंदा नहीं हो सकता ना ही कभी कोई उसका कुछ भी अहित कर पाने में सफल हो सकता हैं। क्योकि धैर्य को अपनाने वाले बहुत सोच-समझ कर कोई भी फैसला करते हैं बहुत सोच-समझ कर कोई भी कदम उठाते हैं ऐसे लोग कभी कठोर शब्दों से किसी को आहत नहीं करते। मगर जो व्यक्ति सदा ही कठोर शब्दों का प्रयोग करते हैं उनसे सभी दूर रहना ही पसंद करते हैं। जो व्यक्ति कठोर शब्दों का परित्याग नहीं करते वो अपने जीवन में सदैव खुद को अकेला अनुभव करते हैं क्योकि उनका कठोर शब्द ही उनका सबसे बड़ा शत्रु होता हैं जो उनसे उनके अपनों को दूर कर देता हैं। क्या आपने कभी ये विचार नहीं किया जिन कठोर शब्दों का आप दुसरो के लिए प्रयोग करते हैं तथा जिन कठोर वचनो से आप दुसरो को आहत करते हैं यदि वही कठोर शब्द कोई आपको कहे तो आपको कैसा महसूस होगा ? जो दुःख,दर्द और कटु वचन का प्रयोग आप दुसरो के लिए सोचते और करते हैं कभी उनकी जगह खुद को रख कर देखे और विचार करे यही सब यदि कोई आपके साथ करे तो आपके दिल पर क्या गुजरेगी ? क्यों आपके लिए बस अपना दुःख,दर्द और तकलीफ सिर्फ अपना होता हैं दुसरो का दुःख,दर्द और तकलीफ कुछ नहीं मायने रखता ? हर तथ्य को पूरी तरह समझे किसी को कुछ भी कहने से पूर्व उन शब्दों पर विचार करे खुद को उनकी जगह पर रख कर सोचे यदि वो शब्द आपकी भावनाओ को ठेस पहुँचा रहे हैं तो वो दुसरो को भी ठेस पहुँचाएगे,यदि आपने इन खास आदतों को अपना लिया तो आजीवन आप सबसे सम्मान के पात्र बनेगे और आपके अपने कभी आपसे दूर नहीं होंगे। चाहे कोई भी रिश्ता हो माता-पिता का,पति-पत्नी का,बेटे-बेटी का, सास,बहु का,भाई,बहन,का मित्र या कोई अन्य किसी के भी भावनाओ को बिना वजह आहत करने का प्रयास ना करे। अब विचार आपको करना हैं आपके लिए कौन अधिक मायने रखता हैं आपके अपने प्रियजन या आपका कठोर स्वाभाव।
Sometimes, even without wanting to, you keep distance from your loved ones because the harsh words spoken by them start piercing your heart and the reason is also that the person from whom you had so much hope broke your hopes in a moment. When you say harsh words to someone, you feel that you have done the right thing because by speaking harsh words, you are justifying the anger inside you by making that person realize his mistake, but this is your biggest mistake. Big mistake. Unless you know whether that person is right or wrong, you should not take any step without knowing. The most important thing which every human being in the world should adopt are these habits which never let them feel embarrassed in front of anyone.Those habits are patience, The one who has patience can never feel embarrassed in front of anyone, nor can anyone succeed in doing him any harm. Because those who adopt patience take any decision very thoughtfully and take any step after careful consideration and such people never hurt anyone with harsh words. But everyone prefers to stay away from those people who always use harsh words. People who do not give up harsh words always feel alone in their life because their harsh words are their biggest enemy which takes away their loved ones from them. Have you ever thought about the harsh words you use for others and the harsh words with which you hurt others? How would you feel if someone said the same harsh words to you? Whatever sorrow, pain and bitter words you think and use for others, sometimes put yourself in their place and think, what would happen to your heart if someone does the same to you? Why for you only your sorrow, pain and suffering are only yours and the sorrow, pain and suffering of others do not matter? Understand every fact completely before saying anything to anyone. Think about those words. Put yourself in their place and think. If those words are hurting your feelings, then they will hurt others too. If you adopt these special habits So throughout your life you will become worthy of everyone's respect and your loved ones will never go away from you. No matter what the relationship may be - parents, husband-wife, son-daughter's mother-in-law, daughter-in-law's, brother's, sister's friend or anyone else, do not try to hurt anyone's sentiments without any reason. Now you have to think about who matters more to you, your loved ones or your harsh nature.
प्रत्येक मनुष्य को मधुर भाषा का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि एक अच्छी भाषा ही हमें एक अच्छा इंसान बन सकती है।
ReplyDeleteबहुत प्रेरणादायक लेख👍
Thank you so much....
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