संसार का हर मनुष्य बस यही सोचता हैं आज मेरे पास जो भी हैं वो पर्याप्त नहीं काश मुझे इससे कई ज्यादा और प्राप्त होता हैं तो कितना अच्छा होता। चाहे वो ख़ुशी हो धन हो पैसा हो या प्यार किसी में भी एक स्थायी जीवन किसी को मंजूर नहीं। बहुत कम ऐसे इंसान हैं जिन्हे जो पर्याप्त हैं चाहे वो पैसा हो या कुछ अन्य वो उसमे संतुष्ट और प्रसन्न हैं। संसार में अच्छे-बुरे हर प्रकार के मनुष्य मौजूद हैं यदि केवल बुरे इंसान ही इस धरा पर रहते तो अबतक इस सृष्टि का विनाश हो गया होता। आज ये पृथ्वी टिकी हैं तो एकमात्र अच्छे प्राणियों के अच्छे और नेक पुण्य कर्मो के बल पर वरना ये पृथ्वी पापियों और अधर्मियों के बोझ से पहले ही नष्ट हो चुकी होती। आप सभी प्राणियों को यही लगता हैं कि आपका सबसे करीबी कोई और नहीं बल्कि आपका परिवार हैं आपका पैसा धन दौलत और जायदाद हैं। हाँ परिवार तो सभी के सबसे करीबी होते हैं मगर हर मनुष्य का उससे भी करीबी कोई हैं तो उसका कर्म। आपके अच्छे-बुरे कर्म ही हैं जो हर पल हर जन्म आपके साथ कदम से कदम मिला कर चलता हैं आपका कर्म ही हैं जो जीते जी और मरने के बाद भी आपका साथ नहीं छोड़ता। जबतक कोई भी मनुष्य जीवित हैं तबतक ही उसका अधिकार अपने परिवार,मित्र धन-दौलत और जायदाद पर होता हैं मगर जैसे ही मनुष्य कि मृत्यु होती हैं उसी वक़्त से उसका अधिकार और सम्बन्ध अपने सभी परिवार और सभी कीमती वस्तुओ से खत्म हो जाता हैं। मृत्यु के कुछ वर्ष बाद लोग उस सदस्य को बस याद रखते हैं वो भी तब जब उस व्यक्ति के कर्म आजीवन नेक और अच्छे रहे हो तभी उसे कोई याद रखता हैं। जीते जी मनुष्य ना जाने कितने पाप और अधर्म करता हैं मगर मृत्यु के बाद उसके हर बुरे कर्म उसे याद आते हैं यहाँ तक कि उसके बुरे कर्म ईश्वर के समक्ष भी उजागर होता हैं उसके पश्चात वो बड़े दंड का अधिकारी होता हैं, अनेको पीड़ा दुःख मृत्यु के बाद उस व्यक्ति को मिलती हैं जिसने आजीवन निर्दोष लोगो को सताया हैं सबपे जुल्म किया हैं झूठ और लालच की आड़ में कई लोगो कि जिंदगी बर्बाद किया हैं। मगर जो व्यक्ति सदैव अपने अच्छे कर्मो से लोगो कि मदद करता हैं जो कभी लालच, इर्ष्या, झूठ और धोखेबाज़ी का सहारा नहीं लेता वो मृत्यु के बाद ईश्वर से पुरुष्कार पाने का भागीदार बन जाता हैं, ऐसे भले व्यक्ति के अच्छे कर्म सदैव उसकी ढाल और सुरक्षा कवच बन कर उसके साथ जाते हैं हर कठिनाइयों में उसकी रक्षा करते हैं। बहुत कम लोगो को ये बात समझ आती हैं क्योकि सच कड़वा जरूर होता हैं मगर इसी सच से जो अवगत हो जाता हैं उसका जीवन सार्थक हो जाता हैं। बुरे कर्म मनुष्य के पतन का कारण बनता हैं मगर यही अच्छे कर्म हर मनुष्य के लिए फलदायी सिद्ध होता हैं।
मनुष्य का अच्छा कर्म ही हैं जो उसे सही रास्ता दिखाता हैं और मनुष्य का बुरा कर्म ही हैं जो उसके लिए सारे रास्ते बंद कर देता हैं।
Every person in the world thinks that whatever I have today is not enough, I wish I could get more, how good it would be. Be it happiness, wealth, love or love, a permanent life in any of them is not acceptable to anyone. There are very few people who are satisfied and happy with whatever they have, whether it is money or anything else.All types of people, good and bad, exist in the world. If only bad people had lived on this earth, the universe would have been destroyed by now. Today this earth is standing only on the strength of good and noble deeds of good beings, otherwise this earth would have already been destroyed due to the burden of sinners and unrighteous people.All of you living beings feel that your closest ones are none other than your family and your money is wealth and property. Yes, family is the closest to everyone, but if there is anyone closer than that to every person, then it is his karma. It is your good and bad deeds that walk with you step by step in every moment of every birth. It is your karma that does not leave you even when you are alive and even after death.As long as a person is alive, he has rights over his family, friends, wealth and property, but as soon as a person dies, his rights and relations with all his family and all valuable things end. After a few years of death, people only remember that member and that too only when that person's deeds have been noble and good throughout his life, only then does anyone remember him.While alive, a person commits many sins and iniquities, but after death, he remembers all his bad deeds, even his bad deeds are exposed before God, after that, he is entitled to great punishment and many pains and sorrows after death. The latter goes to that person who has tortured innocent people all his life, has tortured everyone, and has ruined the lives of many people under the guise of lies and greed. But the person who always helps people with his good deeds, who never resorts to greed, jealousy, lies and deception, becomes a partner in getting rewards from God after death. The good deeds of such a good person always remain his shield and protective shield. go with him and protect him in every difficulty.Very few people understand this because the truth is definitely bitter, but the one who becomes aware of this truth, his life becomes meaningful. Bad deeds cause the downfall of man but only good deeds prove fruitful for every man.
It is man's good deeds that show him the right path and it is man's bad deeds that close all the paths for him.
प्रत्येक मनुष्य को अच्छे कर्म करने चाहिए क्योंकि उसके अच्छे कर्म ही ईश्वर की नजरों में उसे महान बनाते हैं। बहुत प्यारा लेख👍
ReplyDeleteThank you so much....
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