किसी को खुद से छोटा समझना या हर पल दूसरो का अपमान करना आपको कभी किसी कि नजरो में बड़ा नहीं दर्शाता हैं बल्कि जाने-अनजाने आप खुद अपना सम्मान दूसरो के समक्ष कम कर देते हैं।
चाहे आपके पास कितना भी पैसा हो जायदाद हो वो सब परिवार और समाज में आपको सम्मान नहीं दिलाते हैं बल्कि आपका दूसरो के लिए व्यवहार कैसा हैं ? आपकी सोच सबके प्रति कैसी हैं ? ये सब इन्ही बातो पर निर्भर करता हैं। एकमात्र उम्र में बड़ा होना, किसी रिश्ते में स्थान बड़ा होना ये औदा आपको सम्मानित नहीं कराता बल्कि आपके भीतर बसा सबके प्रति सम्मान और प्यार आपको ऊंचा और बड़ा स्थान दिलाता हैं सबके दिलो में आपके प्रति सम्मान बढ़ाता हैं।
यदि आप दिन-रात बस सबको कठोर बाते कहते रहते हैं हर पल सबका अपमान करते हैं तो आपकी यही भूल आपसे आपका ही सम्मान कम करवा देती हैं। परिवार में भी आपके प्रति नफरत की भावना को जागृत कर देती हैं। चाहे आप किसी के पिता हो,भाई हो,पति हो या किसी के बेटे आपमें यदि सबके लिए सम्मान नहीं तो आप किसी भी हाल में उनसे सम्मान पाने की उम्मीद कैसे रख सकते हैं।
जैसे जैसे कलयुग का विस्तार होता गया लोगो में एक दूसरे के प्रति बैर भाव ईर्ष्या और अहंकार का भी विस्तार बढ़ता गया। आज के दौर में पिता हो बेटा हो भाई हो या कोई अन्य रिश्ता सबमे सबके प्रति सम्मान कम होने लगा हैं लोग कठोर शब्द का प्रयोग तो करते ही थे मगर कुछ लोग ऐसे भी मौजूद हैं जो गालियाँ और कटु वचन कह कर अपने परिवार का तो तिरस्कार करते ही हैं, साथ में वो स्वयं भी सबकी नजरो में गिर जाते हैं और अपना सम्मान भी खो देते हैं।
मैं पूछना चाहती हूँ जो बाते आप किसी को विनम्रपूर्वक शांतिपूर्वक भी कह सकते हैं आखिर उस बात को आप कठोर और ऊँची आवाज़ में कह कर जो किसी का तिरस्कार करते हैं और ये सोचते हैं लोग आपसे डर जाएंगे तो ये आपकी बहुत बड़ी भूल हैं बल्कि आपका यही बर्ताव आपका ही अपमान करा रहा आपका सम्मान लोगो के समक्ष कम कर रहा आपके प्रति नफरत की भावना को जागृत कर रहा और आपको अपनों से दूर करने का प्रयास कर रहा।
अच्छे संस्कार और प्यार हर व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति की नजरो में बड़ा दर्जा दिलाता हैं और सम्मानित कराता हैं। दूर हो कर भी आप किसी से दूर नहीं होते क्योकि आपका यही गुण आपके लिए सबके दिलो में एक खास स्थान बनाता हैं।
इसलिए अपने विचार और अपने व्यवहार में एक अच्छे बदलाव लाने का प्रयास करे सबके प्रति क्षमाशील दयाभाव प्यार और सम्मान देने की भावना रखे फिर देखे कोई भी आपकी भावनाओ को ठेस नहीं पहुँचा सकता फिर कोई भी आपका अपमान करने का प्रयास नहीं कर सकता।
Considering someone lesser than yourself or insulting others every moment never makes you look great in anyone's eyes, but knowingly or unknowingly you reduce your own respect in front of others.
No matter how much money or property you have, it does not bring you respect in the family and society, but how is your behavior towards others? How are your thoughts towards everyone? It all depends on these things. Being older in age or having a senior position in a relationship does not make you respectable, but the respect and love for everyone within you gives you a higher and bigger place and increases respect for you in everyone's heart.
If you keep saying harsh things to everyone day and night and insult everyone every moment, then this very mistake of yours makes you lose your own respect. It awakens a feeling of hatred towards you even in the family. Whether you are someone's father, brother, husband or son, if you do not have respect for everyone then how can you expect to get respect from them under any circumstances.
As Kaliyuga expanded, the feeling of hatred, jealousy and ego among people towards each other also increased. In today's times, be it father, son, brother or any other relation, respect for everyone has started decreasing. People used to use harsh words but there are some people who disrespect their family by abusing and saying harsh words. They do it, and at the same time they themselves fall in everyone's eyes and lose their respect too.
I want to ask that you can say those things politely and peacefully to someone, after all, if you insult someone by saying them in a harsh and loud voice and think that people will get scared of you, then it is a big mistake of yours, rather it is your This behavior is insulting you, lowering your respect in front of people, awakening feelings of hatred towards you and trying to distance you from your loved ones.
Good manners and love give every person great status in the eyes of others and make them respected. Even after being away, you are not away from anyone because this quality of yours creates a special place for you in everyone's heart.
Therefore, try to bring a good change in your thoughts and behavior, be forgiving, kind, loving and respectful towards everyone, then see that no one can hurt your feelings, then no one can try to insult you.
प्रत्येक व्यक्ति को बड़ा हो या छोटा सबका सम्मान करना चाहिए और हर सवाल का जवाब नम्रता पूर्वक देना चाहिए तभी हमारा सम्मान दूसरों की नजरों में बढ़ता है। बहुत सुंदर लेख आपके द्वारा👍
ReplyDeleteThank you so much....
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