मेरा वजूद मेरे पास हैं,फिर भी मुझे खुद की तलाश हैं। My existence is with me, still I am searching for myself.

Snehajeet Amrohi
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आज मैं आपको आपके अस्तित्व का एक अनोखा सा परिचय बतलाने जा रही हूँ जिसे जान कर आपको अपने असली परिचय का ज्ञान प्राप्त होगा। 

जब इस दुनिया में आई तो मुझे मेरे माता-पिता से एक नाम मिला माता-पिता के वजह से समाज में और इस दुनिया में मुझे एक पहचान मिला। 

 तो क्या मेरी दुनिया और मेरा वजूद यही तक सिमित हैं ? क्या मेरी पहचान यही आ कर खत्म होती हैं ? या विवाह के बाद जैसे हर लड़की को उसके पति से पहचान प्राप्त होती हैं वही मेरी असली पहचान हैं मेरा वजूद हैं ? कौन हूँ मैं ? मेरा असली परिचय क्या हैं ? सर्वप्रथम मेरे लिए ये जानना आवश्यक हैं मेरे जन्म का उदेश्य क्या हैं ? चाहे लड़का हो या लड़की ये फर्क नहीं पड़ता, फर्क तो इस बात से पड़ता हैं की,आपका खुद का परिचय और आपकी पहचान क्या हैं आपने यहां आ कर इस दुनिया में क्या किया ? चाहे आपका रंग,रूप कैसा भी हो,ये मायने नहीं रखता,आपकी खासियत क्या हैं ? दुनिया को बस इससे मतलब हैं। चलो मान लिया आपके माता-पिता भाई-बहन सब आपसे बहुत प्यार करते हैं उन्हें आपमें कोई कमी नहीं नजर आती आप जैसे भी हो उनके लिए खास और प्रिय हो मगर ये दुनिया तो कुछ और चाहती हैं वो हैं आपकी कामयाबी। हमेशा याद रखे सम्मान माँगा नहीं जाता इज़्ज़त से कमाया जाता हैं क्योकि आज के दौर में लोग आपकी हैसियत को देखते हैं फिर सम्मान भरी नजरो से देखते हैं। 

ये बिल्कुल मत सोचो की तुम एक लड़की हो तो तुम्हे कामयाब होने की कोई आवश्यकता नहीं विवाह के बाद तुम अपने पति के नाम और पहचान से जानी जाओगी। सारे ससुराल वाले एक जैसे नहीं हो सकते कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिन्हे लड़की की अच्छाई से ज्यादा पैसो से मतलब होता हैं जो ऐसे इंसान होते हैं उन्हें तुम्हारी अच्छाइयाँ पैसो में दिखती हैं। इसलिए मैं देश की हर बेटी को यही सलाह दूँगी पढ़ लिख कर ऐसी बनो की तुम्हारे माता-पिता को दहेज़ देना ना पड़े बल्कि वो फक्र से तुम्हे एक अच्छे परिवार को सौप सके,और विवाह के बाद शानो-शौकत से तुम्हे विदा कर सके। मैं यहां सबकी निंदा नहीं कर रही हूँ आज भी कुछ ऐसे परिवार हैं जिन्हे पैसो से ज्यादा इंसान की कदर हैं। 

देश के युवा से मैं यही कहूँगी जो समय तुम्हे अभी प्राप्त हैं उसका दुरूपयोग करने के स्थान पर उस समय का सदुपयोग करो क्योकि तुम्हारा भविष्य सिवाय तुम्हारे कोई और नहीं संवार सकता। कुछ ऐसे भी युवा हैं जो अपने जीवन को प्यार और मोहब्बत के चक्कर में फंसकर  बर्बाद कर लेते हैं क्योकि ज्यादातर लोग आज भी जाति-धर्म को मानते हैं इस वजह से कुछ युवा जिससे प्रेम करते हैं उससे उनका विवाह नहीं हो पाता। इस तनाव में उलझ कर युवा अपनी जिंदगी और अपना पूरा भविष्य बर्बाद कर लेते हैं, उन्हें ये बात बहुत देर में समझ आती हैं, जब उनसे ज्यादा कामयाब लोगो को वो खुश और सम्मान पाते देखते हैं उन्हें यही अफ़सोस होता हैं,काश मैं भी समय रहते अपने भविष्य को सवारने में लगाता तो आज मेरा ये हाल नहीं होता, मुझे भी हर जगह सम्मान प्राप्त होता। 

मैं देश के युवा से यही कहना चाहूँगी जो समय मिला हैं उसका कभी तिरस्कार ना करना क्योकि जिसका जब समय होता हैं उसे वो स्वतः ही प्राप्त हो जाता हैं हमेशा याद रखो करियर से ही तुम्हारी पहचान हैं और तुम्हारे कर्मो से ही तुम्हारे वजूद के होने का प्रमाण हैं यदि तुम्हारा कर्म सही हैं तो तुम्हारा वजूद सुरक्षित हैं यदि तुम्हारा कर्म ही सही नहीं तो समझ लेना तुम्हारा इस दुनिया में कोई वजूद नहीं और जिसका कोई वजूद ही नहीं उसकी पहचान क्या उसके होने का प्रमाण क्या ?

मेरा धेय किसी को आहत करने का कदापि नहीं, मैंने तो बस सभी युवाओं को उनके जीवन की सत्यता से अवगत कराने का प्रयास किया हैं क्योकि आप सभी ईश्वर की प्रिय संतान हो,अपनी संतान को सही और गलत की सीख देने का तथा उसे संमार्ग पर लाने का ईश्वर का पूर्ण अधिकार हैं, जिसे कोई बदल नहीं सकता। 

आप स्वयं से ही सवाल करो,क्या आपको कभी ऐसा नहीं महसूस होता की दुनिया में आपका एक खास और अलग पहचान हो ? जैसे आज समाज में माता-पिता के नाम और पहचान से आपकी पहचान हैं वैसे आपके काम और आपके नाम से पूरी दुनिया में आपसे आपके माता-पिता की पहचान हो। 

                           



Today I am going to tell you a unique introduction to your existence, after knowing which you will get the knowledge of your real identity.

When I came into this world, I got a name from my parents. Because of my parents, I got an identity in the society and in this world.

So is my world and my existence limited to this only? Does my identity end here? Or like every girl gets identity from her husband after marriage, he is my real identity and my existence? Who am I? What is my real identity? First of all it is important for me to know what is the purpose of my birth? It does not matter whether you are a boy or a girl, what matters is that what is your introduction and your identity? What did you do in this world after coming here? No matter what your complexion or appearance is, it does not matter, what is your specialty? The world is only concerned with this. Let us accept that your parents, brothers and sisters all love you very much, they do not see any flaw in you, whatever you are, you are special and dear to them, but this world wants something else and that is your success. Always remember that respect is not asked for, it is earned because in today's era, people look at your status and then look at you with respect. 

Do not think at all that if you are a girl then there is no need for you to be successful, after marriage you will be known by your husband's name and identity. Not all in-laws can be the same. There are some people who are more concerned with money than the goodness of the girl. Those who are such people see your goodness in money. Therefore, I would advise every daughter of the country to become such a person by getting educated so that your parents do not have to give dowry, rather they can proudly hand you over to a good family and send you off with dignity after marriage. I am not condemning everyone here, even today there are some families who value humans more than money.

I would like to say to the youth of the country, instead of misusing the time you have got, make good use of that time because no one else can shape the future except you. There are some youth who ruin their lives by getting trapped in the affair of love because most of the people still believe in caste and religion, due to this some youth are not able to marry the person they love. . By getting trapped in this stress, youth waste their life and their entire future, they understand this very late, when they see people more successful than them being happy and respected, then they have the same regret, I wish I had time But if I had invested in building my future, I would not have been in this situation today, otherwise I would have been respected everywhere.

I would like to tell the youth of the country that they should never despise the time they get, because whenever the time comes, it comes automatically. Always remember that your identity is determined by your career and your existence is determined by your deeds. There is evidence that if your deeds are right then your existence is secure. If your deeds are not right then understand that you have no existence in this world and what is the identity of someone who does not exist? What is the proof of its existence?

My aim is never to hurt anyone, I have just tried to make all the youth aware of the truth of their life because you all are God's beloved children, to teach their children about right and wrong and to guide them on the right path. It is God' absolute authority, which no one can change.

Ask yourself, don't you ever feel that you have a special and different identity in the world? Just as in today's society you are recognized by your parents' name and identity, similarly, your parents should be recognized by your work and your name in the whole world.

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  1. Every human being should always do good deeds, only then our identity is formed in the society and in the world and we should keep making continuous efforts to become successful in our career. Very good article, by you.
    🥳🥳👍

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