आत्महत्या की क्या हैं वजह ? इसे कैसे रोका जाए ? ( What Are The Reasons For Suicide? How To Stop This? )

Snehajeet Amrohi
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जिंदगी को समझना इतना सरल नहीं क्योकि जिंदगी एक ऐसी पहेली हैं जिसमे एक बार जो दाखिल हुआ उसे उस पहेली को सुलझा कर ही बाहर आने का रास्ता दिखाई देता हैं। तभी जा कर जिंदगी आसान होने लगती हैं। 

आजकल दुनिया में मनुष्य जिंदगी की कीमत को भुला बैठे हैं ईश्वर के बनाए नियमो का उलंघन करने लगे हैं। जब उनकी मर्ज़ी के अनुसार कुछ नहीं होता तो वो अपनी जिंदगी से तंग आ कर आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं उन्हें ऐसा लगता हैं इस तरह जीने से मर जाना बेहतर होगा मगर यही उनकी सबसे बड़ी भूल हैं क्योकि आत्महत्या करना मतलब ईश्वर के बनाए नियमो का उलंघन करना एक जघन पाप करना जिससे मरने के बाद भी मुक्ति नहीं मिलती। 

आत्महत्या की वजह क्या हैं -

आत्महत्या की सबसे बड़ी वजह इंसान खुद होता हैं क्योकि जब कोई इंसान दुःख तनाव और समस्या में घिरा होता हैं उसे बस एक ही विकल्प दिखाई देता हैं वो हैं आत्महत्या। ये कोई महानता की निशानी नहीं बल्कि कायरता की पहचान हैं।

 कभी-कभी हमारे बड़े बुजुर्ग या माता-पिता हमे किसी गलती या भूल को सुधारने के लिए कठोर शब्दों का प्रयोग करते हैं क्योकि वो बड़े हैं हमसे काफी ज्यादा तजुर्बेदार हैं अच्छे,बुरे की सही और गलत की उन्हें हमसे कई ज्यादा परख हैं तो इसमें बुरा मानने वाली कोई बात नहीं मगर कुछ युवा इसे दिल पर ले लेते हैं और अपनी जिंदगी को अपने हाथो से खत्म कर लेते हैं। चाहे पति हो या पत्नी दोनों को एकदूसरे से यदि कोई शिकायत हैं तो उसके लिए आपस में सुलझाने का प्रयास करना चाहिए मगर अक्सर लोग सुलझाने के बजाय उसे और बढ़ा लेते हैं तनाव और झगड़े से तंग आ कर आत्महत्या कर लेते हैं। आजकल कम उम्र के भी युवा ऐसे गलत कदम उठा रहे हैं जब उन्हें पढ़ाई और करियर में सफलता हासिल नहीं होती ,तो लोगो का सामना करने की जब उनमे हिम्मत नहीं होती तो वो अपनी जिंदगी को दांव पर लगा देते हैं अपने ही हाथो से अपनी जिंदगी मिटा देते हैं, वो ये भी नहीं सोचते की ऐसा करने से उनके माता-पिता के दिल पर क्या गुजरेगी समाज ऐसे आत्महत्या करने वाले लोगो के लिए दुःख या शोक नहीं जताते बल्कि निंदा करते हैं वो यही कहते हैं कुछ कर ना सका तो खुद का जीवन ही अपने हाथो से मिटा डाला मरने के बाद भी ऐसे कठोर शब्द सुनना पड़ता हैं क्या ऐसा कार्य कर किसी की भी आत्मा मुक्ति पा सकती हैं ? आजकल युवाओ को प्यार में भी जब धोखा मिलता हैं, तो वो इसे बर्दाश्त नहीं कर पाते और आत्महत्या करने की ठान लेते हैं जरा विचार करे जिसने आपको धोखा दिया, जिसने आपकी खुशिया छीनी, आप उसके लिए अपना जीवन दांव पर लगाने जा रहे ये जरा भी नहीं सोचा की आपके अपनों का क्या होगा आपके माता पिता का क्या होगा जिन्होंने निस्वार्थ और बेशुमार प्यार और ममता आप पर न्यौछावर किया ?

तब तो आप भी उसी कदम पर चल रहे आप भी अपनों को अपने माता पिता को धोखा दे रहे उनके प्यार ममता और विश्वास का ये सिला दे रहे। यदि प्यार में तुम्हे किसी से धोखा मिला हैं तो कुछ ऐसा करो की तुम्हे छोड़ने वाले को तुम्हे खुश देख कर तुम्हे सफल देख कर उसे अपनी भूल का एहसास हो उसे अपने किए पर पछतावा हो यदि तुम आत्महत्या कर लोगे तो उसका क्या बिगड़ेगा वो तो खुश हो जाएगा इसलिए अपनी जिंदगी को ऐसे बर्बाद ना होने दो क्योकि जिंदगी बहुत खूबसूरत होती हैं जब आप जिंदगी की कीमत को समझने लगते हो उसकी कदर करने लगते हो फिर जिंदगी भी आपकी कदर करने लगती हैं आपको किसी का नुकसान नहीं करना ना ही किसी को कष्ट देना हैं आपका कर्म हैं अपनी जिंदगी को सही दिशा में ले जाना सही रास्ते पर चलना। 

आत्महत्या को कैसे रोका जाए -

जब आत्महत्या जैसे विचार आपके मन में हावी होने लगे तो उस वक़्त ये बात अपने मन में जरूर विचार करना, यदि मर कर भी तुम्हे उससे ज्यादा कष्ट और पीड़ा प्राप्त हो तो उससे बाहर निकलने का रास्ता तुम्हे मिल सकता हैं ?  जो जीवित रहकर विकल्प और बाहर निकलने के रास्ते तुम्हे नजर आ सकते हैं, क्या मृत्यु के बाद कोई हल या विकल्प तुम्हे मिल पाएगा ? हरगिज़ नहीं मिल सकता, क्योकि जो आत्महत्या करते हैं वो ईश्वर की नजरो में एक जुर्म हैं,पाप हैं जिसका दंड आत्महत्या करने वाले मनुष्यो को मरने के बाद प्राप्त होता हैं, उसकी आत्मा कभी मुक्ति या मोक्ष नहीं पाती। 

ज्यादातर तनावग्रसित लोग आजकल इंटरनेट पर सुसाइड करने का आसान तरीका ढूँढने का कार्य करते हैं इसके लिए इंटरनेट पर ऐसे तरकीबो को बिल्कुल साझा नहीं करना चाहिए जिसे पढ़ कर देश के युवा आत्महत्या की कोशिश कर सके बल्कि तनाव और समस्याओ से उभरने का जीवन को सवारने की कोशिश को उन समाधान को प्रकाशित करने का कार्य करना चाहिए। क्योकि जिंदगी चाहे किसी की हो जिंदगी अनमोल होती हैं। सभी माता-पिता अपने बच्चो को उसकी भूल के लिए उसे कठोर शब्द कहने के बजाय उन्हें समझाने का प्रयास करे जो बाते प्यार से कही जाती हैं, उसका असर कठोर शब्दों से अधिक होता हैं इससे किसी का कोई नुकसान नहीं होता, क्रोधवश कोई ऐसे कठोर शब्द का प्रयोग ना करे, जिससे आपके बच्चे का जीवन उसका भविष्य खतरे में पड़ जाए साथ ही साथ आपको भी अपनी भूल पर गलानि तथा पछतावा हो।  

आत्महत्या का विचार अपने मन में लाने वाले देश के युवाओ को मेरा एक खास सन्देश -

देश के सभी युवाओ से मैं यही कहना चाहूँगी जब तुम बीमार होते हो तो तुम्हे उस रोग से स्वस्थ करने हेतु कुछ कुछ दवाइयाँ कड़वी औषधि दी जाती हैं ताकि तुम पुनः स्वस्थ हो सको पूर्ण रूप से ठीक हो सको जरा विचार करो कड़वी दवा इतनी असरदार होती फायदेमंद साबित होती हैं भले ही उसका स्वाद तुम्हे पसंद ना आए ठीक वैसे बड़े बुजुर्गो की डाट माता-पिता द्वारा कहे गए कठोर शब्द तुम्हारे भलाई के लिए ही होता हैं जिससे तुम्हारा भविष्य तुम्हारा जीवन सुनहरा और सुखदायक बन सके इसलिए जीवन में कभी किसी की बातो को दिल पर ले कर आत्महत्या जैसे ख्याल भूल कर भी अपने मन में मत लाना, क्योकि आत्महत्या तुम्हे कभी किसी दोष से मुक्ति नहीं दिला सकती, यदि तुमने ऐसा किया तो तुम स्वयं ही अपने विनाश का कारण बनोगे, क्योकि मरने के बाद भी तुम्हे इस दोष का भयंकर दंड भुगतना पड़ेगा जो अत्यंत पीड़ादायक, और असहनीय होगा।  



Understanding life is not so easy because life is such a puzzle that once one enters it, he can find the way out only by solving that puzzle. Only then does life start becoming easier.  

Nowadays, people in the world have forgotten the value of life and have started violating the rules made by God. When nothing happens as per their wish, they get fed up with their life and take steps like suicide. They feel that it would be better to die than to live like this, but this is their biggest mistake because committing suicide means breaking the rules made by God. To transgress, to commit a heinous sin from which there is no salvation even after death.

What are the reasons for suicide -

The biggest reason for suicide is the person himself because when a person is surrounded by sorrow, stress and problems, he sees only one option and that is suicide. This is not a sign of greatness but a sign of cowardice. 

Sometimes our elders or parents use harsh words to correct any mistake or mistake because they are elder, more experienced than us and they have more knowledge of good, bad and right and wrong than us. There is nothing to feel bad about but some youth take it to heart and end their lives with their own hands. Be it husband or wife, if both have any complaints against each other, then they should try to resolve them mutually, but instead of resolving them, people often escalate them and commit suicide after getting fed up with the tension and fights. Nowadays even young youth are taking such wrong steps when they do not get success in studies and career and when they do not have the courage to face people then they put their lives at stake and destroy their lives with their own hands. They do not even think about what will happen to their parents by doing so. The society does not express sorrow or condolence for such people who commit suicide but instead condemns them. They say that if they cannot do anything, then they will take their own life. Erased with my own hands, one has to hear such harsh words even after death, can anyone's soul attain salvation by doing such a thing? Nowadays, when the youth get cheated even in love, they are unable to tolerate it and decide to commit suicide. Just think about the person who cheated you, the person who took away your happiness. You did not even think that you are going to risk your life for that person. What will happen to your loved ones? What will happen to your parents who gave you selfless and immense love and affection? 

Then you are also following the same steps, you are deceiving your parents and giving away the promise of their love, affection and trust. If you have been cheated by someone in love, then do something such that the person who left you sees you happy and successful, he realizes his mistake and regrets his actions. If you commit suicide, what will happen to him? He will be happy. It will happen, so don't let your life get ruined like this because life is very beautiful when you start understanding the value of life, start appreciating it, then life also starts appreciating you. You should not harm anyone nor cause pain to anyone. Your duty is to give, to take your life in the right direction and to walk on the right path.

How to prevent suicide -

When thoughts like suicide start dominating your mind, then definitely think this in your mind, even if you get more pain and suffering by dying, then you can find a way out of it, which is the alternative and You can see ways out, will you be able to find any solution or alternative after death? It cannot be found at all, because those who commit suicide are a crime in the eyes of God, it is a sin, the punishment for which the person who commits suicide is received after death, his soul never finds liberation or salvation. 

Nowadays, most of the stressed people try to find an easy way to commit suicide on the internet. For this, such tricks should not be shared on the internet which the youth of the country can read and try to commit suicide, but rather they should be given a way to overcome the stress and problems in life. Efforts should be made to publish those solutions. Because no matter whose life it is, life is precious. All parents should try to explain to their children instead of saying harsh words to their children for their mistakes. Words spoken with love have more impact than harsh words. It does not harm anyone, no one is harsh out of anger. Do not use such words which may put your child's life and future in danger and you may also feel guilty and remorse for your mistake.


I have an important message for the youth of the country who have thoughts of suicide -

I would like to say this to all the youth of the country, when you fall ill, you are given some bitter medicines to cure that disease, so that you can become healthy again, you can get completely cured, just think, bitter medicine is so effective. They prove to be beneficial even if you don't like its taste. Similarly, the scoldings of elders and harsh words spoken by parents are only for your good so that your future and life can become golden and pleasant, hence never listen to anyone's words in your life. Do not take to heart thoughts like suicide even by mistake, because suicide can never liberate you from any guilt, if you do so then you will become the cause of your own destruction, because even after death you will have to face this problem. There will be a terrible punishment for the fault which will be extremely painful and unbearable.

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  1. We should never lose courage in our life and should find solution to every problem.
    There is no problem in this world which has no solution, suicide is no solution in our life.
    very good article..🥳👍

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