आज जो भी बाते मैं अपने लेख के माध्यम से इस संसार को बताने जा रही हूँ वो काफी आवश्यक हो चूका हैं यदि अभी भी आप और मैं मौन धारण कर रहे तो इस संसार का अंत निकट हैं जिसे रोका और टाला नहीं जा सकता। जो आतंक और अन्याय मनुष्य दूसरे मनुष्य पर कर रहे हैं जिससे सभी को दहशत में लाने का प्रयास कर रहे हैं,वो स्वयं ये भुला बैठे हैं की वो भी एक मनुष्य हैं उन्हें भी जीवन देने वाले वो ईश्वर ही हैं जिनकी छत्रछाया समस्त संसार के प्राणियों पर हैं।
यदि किसी के बहकावे में आ कर तुम कोई जघन पाप कर रहे हो तो तुम तो सज़ा के भागीदार हो ही साथ ही साथ तुम्हे शरण देने वाला तुम्हे पाप की ओर अग्रसर करने वाला भी ईश्वर की नजरो में सबसे बड़ा अधर्मी हैं और हर अधर्मी का अंत उसके साथ ही आता हैं।
लोगो के मन में आज हर तरफ बस एक ही सवाल हैं कहाँ गए भगवान ? कहाँ हैं मातारानी जो अपने भक्तों की भी रक्षा नहीं कर सकी ? जवाब यही हैं भगवान कहीं नहीं गए ,मातारानी अपने भक्तों से कभी दूर नहीं हुई और ना कभी होगी।मैंने हमेशा से अपने लेख के माध्यम से सभी मनुष्यो को यही समझाने का प्रयास किया हैं आपका सारा तीरथ धाम आपके करीब हैं वो हैं आपके कर्म आपके घर में बसे बड़े बुजुर्ग दादा-दादी और माता-पिता ही आपके ईश्वर हैं मगर आज इस कलयुग में लोग अपने घर में बसे भगवान का अपमान कर पत्थरो में बसे ईश्वर को मनाने और पूजने में लगे हैं वो सत्य से बेखबर हो कर एक वहम में जीने का प्रयास कर रहे हैं। आज कितने ऐसे लोग हैं जो बस अपने फायदे के लिए दुसरो का अहित करने से भी पीछे नहीं हटते।
हाँ मुझे दुःख हैं इस बात का की मनुष्यो की एक भूल की सज़ा उसके साथ-साथ उसके पूरे परिवार को भी भुगतना पड़ता हैं क्योकि परिवार आपके ही वजूद का एक हिस्सा होता हैं। क्योकि जब तेज तूफान या आंधी आती हैं तो वो एकसाथ कई घरो को क्षतिग्रस्त कर जाता हैं ठीक वैसे ये जो इस धरा पर अन्याय और अधर्म का तांडव हो रहा इसे अंजाम देने वाला भी इसकी चपेट में आने वाला हैं साथ ही साथ वो मनुष्य जो अपने कर्मो को भुला बैठे हैं और इसका दोषी ईश्वर को मान कर प्रतिदिन ईश्वर को ही अपमानित करने की चेष्टा कर रहे हैं।
अब बात उनकी आती हैं जो आतंक फैला कर दुनिया को दहशत में डालने का प्रयास कर प्रसन्न हो रहे तो ये उन अधर्मियों की आखरी प्रसन्नता होगी क्योकि सबका अंत तो पहले से तय होता हैं चाहे कोई कितना भी बड़ा वीर या शक्तिशाली ही क्यों ना हो यदि उसमे अधर्म और पाप का समावेश हैं तो उसका पतन निश्चित हैं अर्थात वो स्वयं ही अपने विनाश का सूचक हैं।
जब-जब धरा पर धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि होती हैं तब उस समय मैं धरती पर अवतार लेता हूँ। भक्तवत्सलो का उद्धार तथा दुष्टो अधर्मियों के विनाश हेतु तथा धर्म को पुनः स्थापित करने हेतु मैं प्रत्येक युग में प्रकट होता हूँ। ऐसा प्रत्येक युग में होता आया हैं और होते आएगा जब भी अधर्म अपना शीश उठाने का प्रयत्न करेगा तब-तब उस अधर्मी का शीश उसके पैरो तले होगा।
If this world is still sleeping, then the time for it to wake up will never come because think for yourself, when you go to sleep at night, unless you wish to do so, you are not able to get up at your proper time even after morning, but as soon as your laziness goes away, you realize that you have wasted a lot of time sleeping, which harms only you and no one else.
Whatever I am going to tell the world through my article today has become very important. If you and I still remain silent, then the end of this world is near, which cannot be stopped or avoided.The terror and injustice that man is doing to other humans, by which he is trying to terrorize everyone, they themselves have forgotten that they too are human beings and the one who gives them life is God who protects all the creatures of the world.
If you are committing a heinous sin by getting influenced by someone, then you are a party to the punishment and along with that the person who gives you shelter and leads you towards sin is also the biggest sinner in the eyes of God and every sinner meets his end with him.
Today, there is only one question in the minds of people: where has God gone? Where is Mata Rani who could not even protect her devotees?The answer is that God has not gone anywhere, Mata Rani has never gone away from her devotees and will never go away from them. I have always tried to explain to all people through my articles that all your pilgrimage places are near you, they are your deeds, the elders living in your house, grandparents and parents are your God, but today in this Kaliyug, people are insulting the God living in their house and are busy in pleasing and worshipping the God living in stones, they are trying to live in a delusion, unaware of the truth. There are so many people today who do not shy away from harming others just for their own benefit.
Yes, I am sad that the person's entire family has to suffer the consequences of his mistake because family is a part of your existence.Because when a strong storm or hurricane comes, it damages many houses at once. Similarly, the one who is carrying out this dance of injustice and wrongdoing on this earth is also going to be caught in its grip, along with those people who have forgotten their deeds and are trying to insult God every day by considering him the culprit.
Now, when it comes to those who are happy by trying to terrorize the world by spreading terror, then this will be the last happiness of those unrighteous people because the end of everyone is already decided, no matter how brave or powerful someone is, if there is sin and unrighteousness in him, then his downfall is certain, that is, he himself is the indicator of his own destruction.
Whenever there is decline in Dharma and increase in Adharma, I take incarnation on earth. I appear in every era to save the devotees, to destroy the wicked and the unrighteous and to re-establish Dharma. This has been happening in every era and will continue to happen. Whenever Adharma tries to raise its head, the head of that Adharma will be under its feet.
Every word of the Gita is the word of Lord Shri Krishna himself and God's statement is never proven false.
ReplyDeleteNow we all need to wake up because if we all do not become aware now then it can be harmful to the society, therefore everyone needs to come together and establish brotherhood and love, only then will the country and the world prosper.🥳👍
Thank you...
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