मनुष्य के अंदर बसा उसका आलस्य ही उसके जीवन का सबसे बड़ा शत्रु होता हैं। क्योकि आलस्य जिसके भीतर समाहित होता हैं वो हर कार्य में दुसरो की तुलना में सदैव पीछे रहता हैं। जब भी प्रातः काल निद्रा तुम्हे जागने नहीं देती तुम्हे सुबह उठने में आलस्य का अनुभव होता हैं तो एक बात अवश्य अपने मन में लाना यदि तुमने अपने आलस्य पर विजय हासिल नहीं किया तो एक दिन यही आलस्य तुम्हारी असफलता का कारण बनेगा।आलस्य यदि समय रहते आपसे दूर नहीं हुआ तो आपका समय आपसे आगे निकल जाएगा और आप अपने आलस्य के वजह से अपना सही समय गवा बैठेंगे।आलस्य एकमात्र सुबह उठते वक्त ही नहीं महसूस होता बल्कि अक्सर जब कोई बड़ा कार्य आपको दिया जाता हैं उसमे भी आपको आलस्य महसूस होता हैं आपको लगता हैं की मैं थोड़ा आराम कर लू बाद में काम खत्म कर लूँगा मगर जब आप आराम करने लगते हैं तो आपको फिर से ये विचार सताने लगता हैं कि आपका सारा काम अभी बाकि हैं कैसे वो कार्य जल्दी खत्म होगा की आपको उस काम से निजात मिले। ये आलस्य तो ज्यादातर मनुष्यों में समाया होता हैं उनमे से कुछ लोग अपने आलस्य पर बड़ी आसानी से विजय प्राप्त कर आगे बढ़ जाते हैं वही लोग अपने जीवन में विकास कर पाने में सफल होते हैं। पढ़ते वक्त भी कुछ छात्र और छात्राओं को आलस्य पढ़ने नहीं देता उन्हें बार-बार पढ़ते वक्त ऐसा महसूस होने लगता हैं की उन्हें थोड़ा आराम कर लेना चाहिए पढ़ाई तो बाद में भी हो जाएगी ऐसे छात्र ही अपने आलस्य के वजह से अपनी परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पाते उन्हें बाद में अपनी भूल का एहसास होता हैं जब समय उनके हाथ से निकल जाता हैं।
कैसे पाए आलस्य पर विजय ?
आलस्य आपको तभी तक अपने वश में रख सकता हैं जब तक आप स्वयं उसका त्याग करने का पहल नहीं करते। जब आप आलस्य से लड़ कर स्वयं को फुर्तीला नहीं बनाते तबतक आलस्य आपका पीछा नहीं छोड़ता। सुबह का अलार्म बजने के बावजूद कुछ लोग अलार्म को पुनः बंद कर सो जाते हैं क्योकि उनका आलस्य उनका पीछा नहीं छोड़ता उन्हें लगता हैं अभी नींद बाकि हैं मगर यही उनकी भूल हैं।जब तक तुम नहीं चाहोगे तब तक कोई तुम्हे परेशान नहीं कर सकता ना ही कोई तुम्हारे पीछे पड़ेगा यकीनन तुमने ही मौका दिया हैं जिसके फलस्वरूप चाहे आलस्य हो या कोई इंसान तुम्हारा शत्रु बन बैठा हैं जो तुम्हारा पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा। एक बार तुम प्रयास तो करो देखो तुम्हे अपने प्रयास में कैसे सफलता नहीं मिलती मगर इसके लिए तुम्हे जिद्दी बनना होगा तुम्हे यदि अपने जीवन में समय के साथ चलना हैं तो तुम्हे अपने अंदर पल रहे सबसे बड़े शत्रु आलस्य से लड़ कर जीत हासिल करनी होगी। समझो तुम्हारी ये जिंदगी एकमात्र जिंदगी नहीं बल्कि एक जंग का मैदान हैं जिसमे कई योद्धा खड़े हैं मगर जो योद्धा इस जंग में लड़ कर आगे निकल पाने में सफल होगा वही इस जिंदगी की जंग का असली विजेता होगा और जो आलस्य की वजह से पीछे रहेगा वो अपनी जिंदगी के जंग में पराजित हो जाएगा। तुम्हे फैसला करना हैं तुम सबसे आगे निकलना चाहते हो या सबसे पराजय स्वीकार करना चाहते हो। यदि तुम्हे सबसे आगे निकलना हैं तो उसके लिए तुम्हे अपने आलस्य को अपने जीवन से सदा लिए दूर करना होगा तभी तुम्हारी जीत हो सकती हैं।
स्वयं विचार करो यदि ईश्वर भी आलस्य करते तो आज इतने बड़े संसार का विस्तार क्या कर पाते ? हर कार्य में परिश्रम होना अनिवार्य हैं यदि परिश्रम नहीं होगा तो तुम्हे उसकी कीमत का पता कैसे चलेगा ? आसान कुछ भी नहीं मगर आसान बनाना पड़ता हैं और आसान वही बना पाने में सक्षम होता हैं जिसके भीतर आलस्य का वास नहीं होता हैं जो अपने आलस्य से लड़ कर आगे बढ़ने का प्रयास करता हैं। आज जिस घड़ी को देख कर तुम्हे समय का पता चलता हैं उस घड़ी का भी निर्माण एक महान खोजकर्ता अविष्कारक ने ही किया उन्हें भी कई रात जागना पड़ा होगा अपनी नींद गवा कर अपने आलस्य से लड़ कर आज देश में उन्होंने इतने विकास किए यदि वो भी आलस्य में खो कर आराम से सो रहे होते तो आज देश में इतना विकास क्या संभव हो पाता ?
इसलिए यदि तुम्हे अपनी अलग पहचान बनानी हैं तो आज से ही अपने अंदर के आलस्य को दूर करने का फैसला करो और अपने जीवन परिश्रम करने से कभी पीछे मत हटो ऐसा कर के देखो एक दिन तुम्हे स्वयं पर गर्व महसूस होगा।
ये जो बाजार और दुकानों में अनगिनत दवाईयां मिलती हैं लोग सलाह देते हैं आलस्य दूर होने के लिए उन्हें ये नहीं पता की किसी दवा में इतनी शक्ति होती तो आज संसार में हर बीमारी को पल भर में ठीक करने की कला होती। अपनी हर बीमारी की दवा तुम खुद हो और ये आलस्य कोई गंभीर बीमारी नहीं जिसमे किसी दवा-औषधि की जरूरत हैं।
The laziness that resides inside a person is the biggest enemy of his life. Because the person who has laziness inside him always stays behind in comparison to others in every work.Whenever sleep does not let you wake up in the morning and you feel lazy to get up, then keep one thing in mind that if you do not overcome your laziness, then one day this laziness will become the reason for your failure.If laziness does not go away from you in time, then your time will overtake you and you will lose your right time due to your laziness.Laziness is not felt only when you wake up in the morning, but often when you are given a big task, you feel lazy in that too. You feel that I will take some rest and finish the work later, but when you start taking rest, then again this thought starts bothering you that all your work is still pending, how will that work be finished soon so that you can get rid of that work.This laziness is present in most of the people, some of them overcome their laziness very easily and move forward, only those people are successful in making progress in their lives.Even while studying, laziness does not allow some students to study. While studying, they feel that they should take some rest and study can be done later. Such students are not able to pass their exams due to their laziness. They realize their mistake later when the time slips out of their hands.
How To Overcome Laziness?
Laziness can keep you in its control only till you yourself do not take initiative to leave it. Laziness does not leave you until you fight laziness and make yourself agile. Despite the morning alarm ringing, some people turn off the alarm again and go back to sleep because their laziness does not leave them, they feel that they still have some sleep left but this is their mistake.Unless you want, no one can trouble you nor will anyone follow you. You are the one who has given them the opportunity. As a result of this, whether it is laziness or some person, they have become your enemy who is not ready to leave you alone.Try once and see how you don't succeed in your efforts but for this you have to be stubborn. If you want to move ahead in life then you have to fight and win against the biggest enemy laziness growing inside you. Understand that this life of yours is not the only life but a battlefield in which many warriors are standing but the warrior who will succeed in fighting and moving ahead in this battle will be the real winner of this battle of life and the one who stays behind due to laziness will lose the battle of his life. You have to decide whether you want to be ahead of everyone or accept defeat. If you want to be ahead of everyone then for that you will have to remove your laziness from your life forever, only then you can win.
Think for yourself, if even God was lazy, how would he have been able to expand the world to such a great extent today? Hard work is essential in every work, if there is no hard work then how will you know its value? Nothing is easy, but it has to be made easy and only he is able to make it easy who has no laziness inside him, who tries to move forward by fighting his laziness.The clock by which you know the time today was also made by a great inventor and discoverer. He too must have had to stay awake many nights, losing his sleep and fighting his laziness, and he has brought so much development to the country today. If he too had been lost in laziness and sleeping comfortably, would so much development have been possible in the country today?
Therefore, if you want to create your own unique identity, then decide from today itself to remove the laziness within you and never step back from working hard in your life. Try doing this and one day you will feel proud of yourself.
These countless medicines are available in the market and shops and people recommend them to get rid of laziness, they do not know that if any medicine had so much power then today there would be the art of curing every disease in the world in a moment. You yourself are the medicine for your every disease and this laziness is not a serious disease which needs any medicine.
ReplyDeleteWe should set a time in our life and do every task on time and we should leave laziness and keep moving forward in life. Very lovely article.🥳👍
Thank you....
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