एक वो दौर था एक आज का दौर हैं पहले संस्कारों से चलती थी दुनिया मगर आज संस्कारों से विहीन हैं दुनिया। फिर क्यों ना हो अधर्म में विलीन ये दुनिया ? क्योकि यहां तो संस्कारों से हैं विलग आज ये दुनिया।
सर्वप्रथम एक बात जान लीजिए की माता-पिता ही अपनी संतान के पहले गुरु कहलाते हैं क्योकि जब कोई शिशु जन्म लेता हैं तो उसका साक्षात्कार सर्वप्रथम अपने माता-पिता से ही होता हैं। जैसे-जैसे वो शिशु बड़ा होने लगता हैं तो उसकी आदतों में भी बदलाव आने लगता हैं ये तो माता-पिता पर ही निर्भर करता हैं की वो अपनी संतान को बचपन से बड़े होने तक कैसी शिक्षा प्रदान करते हैं। यदि माता-पिता बचपन से ही अपनी संतान को सख्ती से नहीं पालते तो वही संतान माता-पिता की लाड-प्यार में बिगड़ने लगती हैं और उसमे अनेकों खामिया और बुराईया समाने लगती हैं बाद में ऐसी संतान अपने ही माता-पिता को सम्मान देना भूल जाती हैं और सदैव बुराई के मार्गो का अनुसरण करने लगती हैं। ये कानून,संस्कार और शिक्षा का विस्तार सर्वप्रथम बच्चे को अपने घर से ही सिखने को मिलता हैं इसलिए घर के मुख्य सदस्य माता-पिता को इसमें बहुत एहतियात बरतनी होती हैं।
आजकल के माता-पिता कम उम्र में ही अपनी संतान को अच्छी सीख देने के बजाय हाथ में मोबाइल पकड़ा देते हैं तो संतान बुरी आदतों का शिकार क्यों ना हो भला ? इस मोबाइल की लत से ही आज देश में इतने अपराध और आतंक का विस्तार हो रहा। क्योकि अच्छी आदतों को सिखने के बजाय आज की युवा पीढ़ी बुरी आदतों को बहुत जल्द ग्रहण करने लगती हैं उनकी यही बुरी आदत एक दिन उनकी पूरी जिंदगी बर्बाद कर देती हैं। आज की संतान को मोबाइल का इतना नशा हैं की यदि उससे कुछ देर मोबाइल छीन लिया जाए तो वो कोई भी गलत कदम उठाने में जरा भी संकोच नहीं करते कुछ तो अपने ही माता-पिता का खून कर देते हैं क्योकि उनकी जिद्द पूरी नहीं होती तो ऐसे युवा आवेश में आ कर किसी बड़ी दुर्घटना को जुर्म को अंजाम दे जाते हैं। घर के बड़े-बुजुर्ग दादा-दादी,माता-पिता ही एकमात्र अपने घर के बच्चों में अच्छी संस्कार को जन्म दे पाने में सक्षम होते हैं। मगर आजकल की युवा पीढ़ी को बुजुर्गो के पास बैठने में कहां रूचि हैं ? आजकल के युवा पीढ़ी तो बस पार्टी,बाहर घूमना-फिरना और मोबाइल से चिपकना पसंद करते हैं। आजकल किसी को बुजुर्गो के पास बैठना उनकी बातों को सुनना कहां अच्छा लगता हैं।
क्यों हैं आजकल की पीढ़ियां गैर जिम्मेदार ? क्यों हैं आजकल की पीढ़ियां संस्कारहीन ? इसकी मुख्य वजह हैं आजकल की पीढ़ियों की, की जाने वाली परवरिश। अब परवरिश तो निर्भर करती हैं उन संतानो की माता-पिता पर जो बचपन से बड़े होने तक अपनी संतान के साथ रहते हैं। अच्छे-बुरे की सीख एक माता-पिता ही अपनी हर संतान को दिया करते हैं। इसलिए वक्त रहते ही अपनी संतान की एक छोटी सी भूल पर उसे यदि उस भूल के लिए कोई दंड नहीं मिलता या उसके भूल को सुधारा नहीं जाता तो आगे चल कर वही संतान बड़े होने के बाद एक बड़ा अपराध कर जाती हैं।इसलिए बचपन से ही किसी भी संतान की माता-पिता को अपने बच्चों की किसी भी भूल पर पर्दा नहीं डालना चाहिए वरना आजीवन ऐसे माता-पिता को रोना पड़ता हैं क्योकि संतान का एक अपराध उसके माता-पिता को भी उसके अपराध का भागीदार बना देता हैं। क्योकि समाज सर्वप्रथम माता-पिता की परवरिश पर ही ऊँगली उठाता हैं।
अब एक बात बताओगे आप सब मुझे ? मान लो आप अपने घर में कोई पौधा लाते हो तो आप जैसे-जैसे उसकी देख-रेख करते हो ठीक वैसे-वैसे ही उस पौधे में परिवर्तन होता हैं यदि पौधे की देखभाल भलीभाति नहीं होती हैं तो वो अंदर से खोखला हो जाता हैं और जल्द ही वो पौधा टूट कर बिखर जाता हैं। चाहे आप किसी भी वस्तु को नया ले कर आते हो मगर यदि उस वस्तु की देखभाल नहीं करते तो वो भी खराब होने लगती हैं। इसलिए समय रहते स्वयं में बदलाव लाए अपनी संतान की परवरिश में किसी गलती को ना दोहराए तथा अपनी हर एक संतान को अच्छे संस्कार का पाठ पढ़ाए सही और गलत क्या हैं ? अपनी संतान को इस ज्ञान से अवगत कराए।
There was a time and now there is a time when the world was governed by rites but today the world is devoid of rites. Then why should this world not dissolve into injustice? Because today the world is devoid of rites.First of all, know one thing that parents are called the first Guru of their child because when a child is born, he first meets his parents. As the child starts growing, his habits also start changing, it depends on the parents what kind of education they provide to their child from childhood to adulthood.If parents do not raise their children strictly from childhood, then the same children start getting spoiled by the pampering of parents and many flaws and evils start creeping in them. Later such children forget to respect their own parents and always start following the path of evil.A child learns these laws, rites and education first of all from his home itself, therefore the main members of the family, the parents, have to be very careful in this.
Nowadays, parents give mobile phones to their children at an early age instead of teaching them good things. So why shouldn't their children fall prey to bad habits? This mobile addiction is the reason why so much crime and terror is spreading in the country today. Because instead of learning good habits, today's young generation starts adopting bad habits very soon. This bad habit of theirs ruins their entire life one day. Today's children are so addicted to mobile phones that if their mobile is taken away from them for some time, they do not hesitate to take any wrong step. Some even kill their own parents because if their stubbornness is not fulfilled, then such youth get angry and commit a big accident or crime.The elders of the house, grandparents, parents are the only ones who are capable of inculcating good rites in the children of their house. But today's young generation is not interested in sitting near the elders. Today's young generation just likes to party, roam around and stick to the mobile. Nowadays, no one likes to sit near the elders and listen to them.
Why are today's generations irresponsible? Why are today's generations uncultured? The main reason for this is the upbringing of today's generations.Now the upbringing of the children depends on the parents who stay with their children from childhood till they grow up.A parent teaches each of his children what is good and what is bad.Therefore, if a child does not get any punishment for a small mistake or his mistake is not corrected in time, then later on the same child commits a big crime after growing up. Therefore, parents of any child should not cover up any mistake of their child since childhood, otherwise such parents have to cry for the rest of their life because a crime of the child makes his parents also partners in his crime. Because society first of all points a finger at the upbringing of the parents.
Now will you tell me one thing ? suppose you bring a plant to your house, then as you take care of it, changes take place in that plant. If the plant is not taken care of properly, then it becomes hollow from inside and soon that plant breaks and falls apart. No matter what new thing you bring, but if you do not take care of that thing, then that too starts getting ruined. Therefore, bring a change in yourself in time, do not repeat any mistake in bringing up your children and teach good rites to each of your children. What is right and wrong? Make your children aware of this knowledge.
ReplyDeleteWe should give time to children and test their feelings and guide them properly by teaching them right and wrong from time to time. Very nice and unique article by you.👍
Thank you....
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