शिक्षा से शिखर तक। ( From Education To The Top.) |
शिक्षा एक ऐसा वरदान हैं,जिसे पाना जितना कठिन हैं,उससे कहीं ज्यादा कठिन हैं,उसका उचित पालन कर अपने जीवन में आगे बढ़ना,यदि शिक्षा का उचित पालन नहीं किया, तो वो शिक्षा तुम्हारे लिए एक एक वरदान की जगह अभिशाप भी बन सकती हैं,और यदि तुमने शिक्षा का उचित पालन कर उस ज्ञान अमृत को ग्रहण कर लिया तो यही शिक्षा एक दिन तुम्हे शिक्षा के उच्च शिखर तक ले जाती हैं।
जैसा कि तुम सब जानते हो एक पेड़ विशालकाय स्वरुप में तभी आता हैं,जब उस पेड़ की जड़े मजबूत होती हैं,उससे पूर्व तुम्हारे लिए ये जानना आवश्यक हैं, कि जो विशालकाय पेड़ तुम्हे आज अपनी छाया प्रदान कर रहा,शुरुआत में वो पेड़ पहले एक छोटा सा पौधा था, जिसकी जड़े इतनी मजबूत नहीं थी।
मगर कुछ संघर्ष के बाद आंधी,बारिस,तूफान और तेज हवा के बहाव में भी उस पौधे ने काफी संघर्ष किया,फिर समय बीतने के बाद वो नन्हा सा पौधा एक विशालकाय वृक्ष के रूप में आज सबको अपनी ठंडी छाया प्रदान कर रहा हैं।
समझने वाले समझ गए होंगे मैं क्या समझाने का प्रयास कर रही हूँ। फिर भी जिन्हे मेरी बाते यदि समझ नहीं आई तो मैं विस्तारपूर्वक सरल शब्दों में इसे समझाने का प्रयास करती हूँ।जैसे तुम अपनी बाल्यावस्था में जब विद्यालय जाते थे, तो तुम्हे वहां अनेको परीक्षाओं से गुजरना पड़ता था, जैसे कभी तुम्हे कोई विषय कठिन प्रतीत होता था तो तुम उस विषय से अपनी रूचि हटाने का प्रयास करते थे,मगर जब अपने गुरुजन द्वारा तुम्हे डांट पड़ती थी,या तुम्हे दंडित किया जाता था,तो तुम उस विषय को गंभीरता से समझने का प्रयास करते थे,तुम्हारी कई परीक्षाएं तुम्हारे शिक्षको द्वारा ली गई ,जब तुम्हे इसमें सफलता हासिल हो जाती हैं,तो तुम अपनी शिक्षा के प्रति कोई भी लापरवाही नहीं बरतते और एक दिन तुम बड़े हो कर अपनी पूरी शिक्षा पूर्ण कर लेते हो,फिर तुम्हे कोई भी भय का संकोच नहीं होता,क्योकि अब तुम एक शिक्षित व्यक्ति बन चुके हो।
मगर मेरी बात यही पर खत्म नहीं होती,शिक्षा पूर्ण होने के बाद भी तुम्हारी एक परीक्षा बाकि हैं,जिससे इसका पता चलेगा कि तुमने अपने स्कूल,कॉलेज की तो शिक्षा प्राप्त कर ली मगर तुम्हारी शिक्षा का सफर यही खत्म नहीं होता,अभी शिक्षा से शिखर तक का रास्ता बाकि हैं,अभी तुम्हारी सबसे अहम परीक्षा बाकि हैं।
माना कि तुमने बड़ी डिग्रियां हासिल कर ली, माना कि तुम अपनी स्कूल और कॉलेज की शिक्षा में सफलता हासिल कर चुके हो मगर जो वास्तविक ज्ञान की सबसे अहम शिक्षा हैं, जिसका महत्त्व सबसे अधिक माना गया हैं,जिसकी तुम्हारी जिंदगी में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हैं,क्या तुमने उस सर्वोच्च शिक्षा को ग्रहण किया हैं ? जो तुम्हे शिक्षा के शिखर तक ले कर जा सकता हैं,जिसके बगैर तुम्हारी ये किताबी ज्ञान ये डिग्री भी अधूरी मानी गई हैं, क्या तुम वाकई शिक्षा से शिखर तक पहुंच पाने में सफल हो पाए हो ?
* सर्वदा स्मर्यतां यत् शिक्षा एतादृशं बहुमूल्यं अमूल्यं च रत्नम् अस्ति यत् सर्वे तत् सम्भालितुं अवशोषयितुं च न शक्नुवन्ति।
अर्थात, ''सदैव याद रखना शिक्षा एक ऐसी बहुमूल्य और अनमोल रत्न हैं, जिसे संभाल पाना और ग्रहण कर पाना सबके बस की बात नहीं।''
कहने का तात्पर्य ये हैं कि कुछ मनुष्य शिक्षा तो ग्रहण कर लेते हैं,मगर वो शिक्षा के अभिमान में इतना चूर रहते हैं कि,छोटे-बड़े सबका अपमान कर देते हैं,यदि अपनी शिक्षा के बल पर उन्हें कोई बड़ी जॉब,या ऊंचा बड़ा पद संभालने मिल गया तो उनमे अहंकार आ जाता हैं,उनका यही अहंकार शिक्षा से शिखर तक के सफर में उनका बाधक बनता हैं जो उन्हें आसमान की बुलंदियों तक पंहुचा कर फिर वापस से धरा पर ला कर खड़ा कर देता हैं। यदि शिक्षा को किसी के हित के लिए प्रयोग किया जाता हैं तो वो शिक्षा तुम्हे शिक्षा के शिखर तक ले जाती हैं, यदि इतना शिक्षित होने के बावजूद भी तुम्हारे अंदर जरा भी अहंकार नहीं तो मान लेना तुमने शिक्षा से शिखर तक पहुंचने का मार्ग ढूंढ लिया हैं, जिसकी बुलंदी आसमान तक को छू जाती हैं।
शिक्षा से शिखर तक का रास्ता -
यदि वाकई तुमने सर्वोच्च शिक्षा ग्रहण किया हैं तो तुम भलीभाति जानते हो जो शिक्षा सदैव तुम्हे अधर्म और गलत रास्ते से दूर रखती हैं,वही शिक्षा सर्वोच्च शिक्षा कहलाती हैं। जिस शिक्षा को ग्रहण कर तुम सदैव अपने बड़े बुजुर्गो का,माता-पिता का सम्मान करते हो, वही शिक्षा तुम्हे महान होने का दर्जा दिलाती हैं। जिस शिक्षा के बदौलत तुम किसी में भेदभाव नहीं रखते हो,सदैव सबकी सहायता के लिए तत्पर रहते हो,वही शिक्षा एक दिन तुम्हे बुलंदियों तक ले जाती हैं। जिस शिक्षा को ग्रहण कर तुम अपनी वाणी में संयम रखना जानते हो वही शिक्षा तुम्हे आदर्शवादी कहलाने का दर्जा दिलाती हैं। जिस शिक्षा को ग्रहण कर तुम्हारे अंदर काम,क्रोध,लोभ,माया जैसे विकार नहीं आते,जिस शिक्षा को ग्रहण कर तुम अभिमान नहीं करते,जिस शिक्षा को ग्रहण कर तुम अपने कर्तव्यों से मुख नहीं मोड़ते तथा अपनी इंसानियत को नहीं भूलते,वही शिक्षा तुम्हे एक दिन शिक्षा के शिखर तक पंहुचा जाती हैं।
शिक्षा से शिखर तक। ( From Education To The Top.) |
Education is such a boon that it is even more difficult to get it, to follow it properly and move forward in life, if you do not follow the education properly then that education can become a curse for you instead of a boon, and if you follow the education properly and absorb that nectar of knowledge then this education will one day take you to the highest peak of education.
As you all know, a tree becomes huge only when the roots of that tree are strong. Before that, it is important for you to know that the huge tree which is providing you its shade today, was initially a small plant whose roots were not so strong. But after some struggle, the plant struggled a lot in storm, rain, hurricane and strong wind flow. Then, with the passage of time, that small plant has become a huge tree and is providing its cool shade to everyone.Those who understand must have understood what I am trying to explain. Still, if those who do not understand my words, then I try to explain it in detail in simple words.Like when you used to go to school in your childhood, you had to pass many exams there, sometimes you used to find a subject difficult, then you used to try to remove your interest from that subject, but when you were scolded by your teacher, or you were punished, then you used to try to understand that subject seriously, many exams of yours were taken by your teachers, when you got success in them, then you did not show any negligence towards your education and one day you grew up and completed your entire education, then you do not have any fear or hesitation, because now you have become an educated person.
But my point does not end here, even after completing your education, you have one exam left, which will show that you have completed your school, college education but your journey of education does not end here, the path from education to the peak is still left, your most important exam is still left.
Agreed that you have acquired big degrees, agreed that you have been successful in your school and college education, but the most important education of real knowledge, which is considered of utmost importance, which plays the most important role in your life, have you received that supreme education which can take you to the peak of education, without which your bookish knowledge and degrees are considered incomplete, have you really been successful in reaching the peak through education?
* Always remember that education is such a precious and invaluable gem that not everyone can handle and receive it..
What I mean to say is that some people acquire education, but they are so intoxicated with the pride of education that they insult everyone, young or old. If on the basis of their education they get a big job or a high position, then they become arrogant. This arrogance of theirs becomes an obstacle in their journey from education to the top, which takes them to the heights of the sky and then brings them back to the ground. If education is used for someone's benefit, then that education takes you to the peak of education. If despite being so educated, you do not have even a little bit of arrogance in you, then accept that you have found a way to reach the top through education, whose height touches the sky.
The Path From Education To The Top -
If you have really received the highest education, then you know very well that the education which always keeps you away from sin and wrong path is called the highest education. The education by which you always respect your elders, parents, That education gives you the status of being great. The education by which you do not discriminate against anyone, are always ready to help everyone, That education takes you to great heights one day. The education by which you know how to control your speech, That education gives you the status of being called an idealist. The education by which you do not have vices like lust, anger, greed, illusion,The education by which you don't be arrogant, the education by which you do not turn away from your duties and do not forget your humanity, That education takes you to the peak of education one day.
ReplyDeleteThe importance of education is more only when you know the art of speaking, very nice article by you. 👍
Thank you....
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