माना कि पूरी दुनिया में तुम्हारा नाम मशहूर हैं मगर जब तक तुम्हारा नाम और तुम्हारा कर्म उस परमेश्वर के समक्ष मशहूर नहीं होता तब तक तुम एक साधारण इंसान ही कहलाते हो, क्योकि ईश्वर को पता हैं किसने कैसा कर्म किया हैं और किसने किसी का अहित किया हैं एकमात्र दुनिया वाले के समक्ष महानता हासिल करना कोई ख्याति प्राप्त करना नहीं कहलाता। आज इस दुनिया में जो भी हो रहा हैं वो सही नहीं हो रहा क्योकि इंसान अपने स्वार्थ और लोभ में फंस कर बस अपनी स्वार्थ की पूर्ति कर रहा हैं,अपने फायदे के लिए किसी व्यक्ति का इस्तेमाल करना, बाद में उसी व्यक्ति का अपमान करना तुम्हे कभी किसी की नजरो में महान होने का दर्जा नहीं दिला सकता चाहे तुम कोई बड़े अधिकारी हो,अभिनेता या कोई नेता, कर्म से ही हर व्यक्ति को ख्याति प्राप्त होती हैं,मगर इस कलयुग में ऐसा कालचक्र आया हैं जहां जिसके कर्म अच्छे हैं उसकी महानता का बखान कोई नहीं करता,क्योकि वो शख्स दुनिया में मशहूर नहीं हुआ यही लोगो की मानसिकता हैं। अभी सड़क पर यदि कोई अभिनेता या नेता जाते दिख जाए तो लाखो की भीड़ उमड़ जाएगी उनके स्वागत में चाहे उन्होंने आज तक किसी का भला किया अथवा ना किया हो,मगर उनकी लोकप्रियता अधिक हैं उनके लाखो,करोड़ो फैन हैं।
देश की जनता को गुमराह करना कोई लोकप्रियता नहीं कहलाती। जनता को जो उम्मीद होती हैं यदि उसकी उम्मीदों को तुम तोड़ रहे हो अपने फायदे के लिए पहले उन्हें अपनी बातो से अपनी तरफ कर लेना मगर काम पूरा होते ही जनता को दिए वादे को तोड़ देना कोई ख्याति प्राप्त करना नहीं कहलाता। आज देश में हर तरफ जो भूचाल मचा हैं कहीं ना कहीं उसके दोषी सभी हैं। क्योकि सही और गलत को पहचानने में आज कल लोगो से भूल जाती हैं जिसका भुगतान सबको करना पड़ता हैं। सभी मनुष्य अपनी मनमानी कर रहे हैं और दोष भगवान पर लगा रहे हैं। अगर देखा जाए तो तुम मनुष्य के पास क्या नहीं हैं ? जो तुम हर कार्य के लिए ईश्वर पर आश्रित होते हो,जो कार्य ईश्वर का हैं वो तो कर चुके हैं तुम्हे बना कर इस दुनिया में भेजा गया ईश्वर के द्वारा अब जिम्मेदारी तुम्हारी हैं जब ईश्वर को लगेगा की अब उनके हस्तछेप का समय आ गया तो अवश्य वो तुम्हारे हर सवाल का उत्तर दे देंगे मगर तुम अपने कर्म से मुख कदापि नहीं मोड़ सकते।
सोशल मीडिया या टेलीविज़न कहीं भी तुमने कितनी भी लोकप्रियता बना ली हैं मगर जहां तुम्हे लोकप्रियता बनानी थी वहां ही तुम चूक गए। तुम मनुष्य ऐसा क्यों सोचते हो जो मशहूर हैं उन्हें मैं भी फॉलो करू ? तुम स्वयं को ऐसा बनाओ की लोग तुम्हे फॉलो करे, अपने कर्म को ऐसा बनाओ की दुनिया तुम्हारी सराहना करे भले ही तुम औरों की तरह मशहूर नहीं हुए मगर कर्म को यदि तुमने सुधार लिया तो एक दिन तुम्हारा कर्म ही तुम्हे मशहूर बना देगा।
जो जीवन का सत्य हैं वो हैं तुम्हारा कर्म ये दुनिया ये ख्याति ये नाम और ये पहचान सब यहीं रह जाएगा यदि तुम्हारे साथ कुछ जाएगा तो वो हैं तुम्हारा कर्म,जिस मिथ्या में आज मनुष्य जी रहे हैं हकीकत को अनदेखा या अनसुना करने की भूल कर रहे हैं एक दिन उनका साक्षात्कार उस अटल सत्य से होगा जब उनके प्रत्येक कर्मो का हिसाब ईश्वर द्वारा होगा फिर चाहे वो इंसान कोई अभिनेता हो,नेता हो,या कोई अधिकारी भगवान की नजरो में सब एक समान ही हैं और रहेंगे।
It is believed that your name is famous in the whole world, but until your name and your deeds are not famous in front of that God, you are called an ordinary person, because God knows who has done what deeds and who has harmed someone. Achieving greatness in front of the world is not called getting fame. Whatever is happening in this world today is not right because man is trapped in his selfishness and greed and is just fulfilling his selfishness. Using a person for your benefit and later insulting the same person can never give you the status of being great in anyone's eyes, whether you are a big officer, actor or a leader, every person gets fame only by his deeds, but in this Kaliyug, such a time cycle has come where no one describes the greatness of the person whose deeds are good, because that person did not become famous in the world, this is the mentality of people. Now if any actor or leader is seen going on the road, a crowd of lakhs will gather to welcome him, whether he has done any good to anyone till date or not, but his popularity is very high, he has lakhs and crores of fans.Misleading the people of the country is not popularity. If you are breaking the expectations of the people for your own benefit, first by convincing them with your words, but then breaking the promise made to the people as soon as the work is done, then it is not fame. Today, the turmoil that is going on everywhere in the country, everyone is somehow responsible for it. Because nowadays people forget to recognize the right and wrong, for which everyone has to pay. All the people are doing as they please and blaming God. If you look closely, what do you humans not have? You are dependent on God for every work, the work that is of God has already been done, you have been created and sent to this world by God, now the responsibility is yours, when God feels that now the time has come for his intervention, then he will definitely answer all your questions, but you can never turn away from your work.
No matter how much popularity you have gained on social media or television, you have failed where you should have gained popularity. Why do you humans think that I should also follow those who are famous? Make yourself such that people follow you, make your deeds such that the world appreciates you, even if you do not become famous like others, but if you improve your deeds, then one day your deeds will make you famous.
The truth of life is your deeds. This world, this fame, this name and this identity will all remain here. If something goes with you then it is your deeds. Today people are living in a lie. They are making the mistake of ignoring or turning a deaf ear to the reality. One day they will face that inevitable truth when God will account for each of their deeds. Whether that person is an actor, a leader or an officer, in the eyes of God everyone is and will remain the same.
ReplyDeleteWe should always act good in the eyes of God and not in the eyes of the world. Excellent article by you..👍
Thank you....
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