वैवाहिक संबंध एक ऐसा अटूट बंधन होता है जो दो अजनबियों को एक दूसरे के करीब ला कर दोनों को एक दूसरे से अटूट पवित्र बंधन में जोड़ देता है। दो शरीर एक आत्मा ऐसा संबंध होता है पति पत्नी का। दोनों एक दूसरे से भिन्न नहीं रहते सदा के लिए जन्मो के लिए एक हो जाते है।
चाहे कैसे भी हालात हो सुख हो या दुख पति पत्नी कभी एक दूसरे का साथ किसी भी परिस्थिति में नहीं छोड़ते।
एक पतिव्रता नारी की यही पहचान होती है कि वो अपने पति की हर बला को स्वयं पर ले लेती है,यदि उसका पतिव्रत धर्म पवित्र है, तो वो अपने पति के जीवन से हर संकट को दूर कर सकती है।
सिर्फ एक दिन के लिए करवा चौथ का व्रत पूजा करने से ईश्वर आपसे प्रसन्न नहीं होते जब तक आपके विचारो में अच्छे बदलाव नहीं आते, मान लो तुम एक दिन अपने पति को सम्मान दे रही हो क्योकि आज तुमने अपने पति के मंगल कामना और दीर्घायु हेतु व्रत रखा है,मगर हर दिन तुम अपने पति का अपमान करती हो, अपने पति से असत्य वचन कहती हो तो मात्र एक दिन की पूजा और व्रत तुम्हे कोई फल प्रदान नहीं कर सकता जब तक तुम्हारे अंदर पूर्ण समर्पण भाव और निष्ठा नहीं आती।
एक निष्ठावंत स्त्री कभी अपने पति का अपमान नहीं करती ना ही कभी अपने पति से असत्य वचन कहती है। माना कि समय बदल चुका है,आपकी सोच काफी नई और मॉडर्न हो गई है मगर जो कभी नहीं बदलता वो है तुम्हारा संस्कार। समय कितना भी बदल जाए यदि तुम किसी को सम्मान नहीं दोगे तो कोई भी तुम्हे सम्मान भरी नजरो से नहीं देखेगा और ना ही कोई तुम्हारे साथ रहना चाहेगा।
हर रिश्ते की एक मर्यादा एक गरिमा होती है,इसलिए हमे अपने रिश्ते की गरिमा को नहीं भूलना चाहिए और ना ही अपनी मर्यादा का उलंघन करनी चाहिए।
चाहे आप कितने भी मॉडर्न हो जाओ मगर अपनी सभ्यता संस्कार और व्यवहार को मॉडर्न बनाने का प्रयास मत करो।
आपके वैवाहिक रिश्ते में मधुरता तभी आ सकती है जब आप अपने स्वभाव में मधुरता लाते है,जब आप अपने जीवनसाथी का कभी अपमान नहीं करते,सदा अपने जीवनसाथी का सम्मान करते है तो आपका दाम्पत्य रिश्ता अटूट और पवित्र बनने लगता है,क्योकि पति पत्नी दोनों ही एक दूसरे की ताकत कहलाते है, यदि आप दोनों में से कोई भी एक परेशान या दुखी होता तो, तो उसका एहसास आपको बिना बताए होने लगता है,ये हैं सच्चे प्यार की शक्ति।
यदि आप दोनों के रिश्ते में अच्छी समझदारी है,आप दोनों कभी एक दूसरे से कोई बात नहीं छिपाते तो मान लेना आपने अपने जीवन को धन्य बना दिया है, अपने रिश्ते को आपने पवित्र और मजबूत बना लिया है जिसे कोई भी नहीं तोड़ सकता और ना ही कोई आप दोनों को अलग कर सकता है।
पति पत्नी के बीच कोई राज नहीं होता क्योकि दोनों एक दूसरे के हमराज होते है,जो पति अपनी पत्नी से कोई राज नहीं रखता वो अपने दाम्पत्य रिश्ते को कभी कलंकित नहीं कर सकता,जो पत्नी अपने पति से कोई राज नहीं रखती, हर परस्थिति में अपने पति का साथ देती है वो कभी अपने दाम्पत्य रिश्ते को बिखरने नहीं दे सकती, वो सदैव अपने पति की ढ़ाल बन कर उसका साथ देती है और अपनी पूजा व्रत तथा पतिव्रत धर्म का पालन कर सदैव हर मुसीबत से अपने पति की रक्षा करती है।
दुनिया की बड़ी से बड़ी दौलत भी सच्चे प्यार को खरीद नहीं सकती, जिस दाम्पत्य रिश्ते में सच्चा प्यार और समर्पण भाव होता है, वो दाम्पत्य रिश्ता हर पल,हर जन्म के लिए अमर हो जाता है।
Marriage is such an unbreakable bond that brings two strangers closer to each other and binds them in an unbreakable sacred bond. The relationship of husband and wife is like two bodies and one soul. Both do not remain separate from each other forever and become one for births.
No matter what the situation is, happiness or sadness, husband and wife never leave each other in any situation.
The identity of a virtuous woman is that she takes every trouble of her husband upon herself, if her fidelity to husband is pure, then she can remove every trouble from her husband's life.
God will not be pleased with you by just observing the fast of Karva Chauth for one day, unless there is a positive change in your thoughts. Suppose you are giving respect to your husband for one day because today you have kept a fast for the well-being and long life of your husband, but every day you disrespect your husband, tell lies to your husband, then just one day of worship and fast cannot give you any result, unless there is complete dedication and devotion in you.
A loyal woman never disrespects her husband nor does she ever lie to him. I agree that times have changed, your thinking has become quite new and modern but what never changes is your manner. No matter how much times change, if you do not respect anyone then no one will look at you with respect and no one will want to live with you.
Every relationship has a limit, a dignity, that is why we should not forget the dignity of our relationship nor should we violate our dignity.
No matter how modern you become, do not try to modernize your culture, rituals and behavior.
Sweetness can come in your marital relationship only when you bring sweetness in your nature, when you never disrespect your spouse, always respect your spouse, then your marital relationship becomes unbreakable and sacred, because both husband and wife are called each other's strength, if any one of you is upset or sad, then you start feeling it without being told, this is the power of true love.
If there is good understanding in your relationship, both of you never hide anything from each other, then accept that you have made your life blessed, you have made your relationship pure and strong which no one can break and no one can separate you both.
There are no secrets between husband and wife because both are confidants of each other, a husband who does not keep any secrets from his wife can never tarnish his marital relationship, a wife who does not keep any secrets from her husband, and supports her husband in every situation, can never let her marital relationship fall apart, she always supports her husband by becoming his shield and by following her puja fasts and fidelity to husband, she always protects her husband from every trouble.
Even the biggest wealth of the world cannot buy true love. The marital relationship in which there is true love and dedication, that marital relationship becomes immortal for every moment, for every birth.
ReplyDeleteTrue love has a lot of power, true love always gets respect, that is why both husband and wife should always respect each other. Very lovely article by you. 👍
Thanks a lot....
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