चिंता तुम्हारी किसी भी समस्या का समाधान नहीं, बल्कि तुम्हारी चिंता ही तुम्हारे लिए एक जटिल समस्या है, जिससे हर हाल में तुम्हे बाहर आना है।
मैंने देखा है अक्सर कुछ लोग हर वक्त तनाव में रहते है, चाहे समस्या ज्यादा गंभीर ना हो तो भी वो इतना सोचते है कि सोच- सोच कर खुद को बीमार कर लेते है जिससे उनकी समस्या कम होने के बजाय और बढ़ जाती है।
जैसे आप नया साबुन अपने इस्तेमाल के लिए लाते है, हर दिन उस साबुन का इस्तेमाल आप करेंगे तो क्या वो साबुन नए की तरह ही रहेगा ? या वो घिस-घिस कर एक दिन खत्म हो जाएगा ? ठीक वैसे जब आप अपने दिमाग को अनेको चिंताओं से घेरे रखने का प्रयास करेंगे तो एक दिन आपका दिमाग भी काम करना बंद कर देगा वो पहले की तरह तेज और बुद्धिमान नहीं रहेगा। क्योकि हर दिन हर पल आपने अपने दिमाग को तनाव से भर रखा है, आपके दिमाग को फुर्सत कहां जो आपका दिमाग कुछ पल आराम कर सके।
मनुष्य का काम है कर्म करना, तुम्हारे कर्म पर ही तुम्हारा अधिकार है, तनाव में आ कर यदि तुम किसी भी काम में हाथ लगाओगे तो तुम्हे उस काम में कभी सफलता हासिल नहीं हो सकती, क्योकि तुम्हारा ध्यान और दिमाग कहीं और है, तुमने अपनी एकाग्रता, बुद्धिमता खो दी है।
यदि तुम्हे अपने भविष्य की चिंता है, तो तुमने अपने भविष्य के लिए कोई कदम उठाया है ? या केवल चिंता करने से तुम्हारा भविष्य सुनिश्चित हो जाएगा ?
किसी को अपनी संतान की चिंता है, किसी को अपनी बेटियों के विवाह की चिंता है, किसी को अपने करियर की चिंता है, किसी को अपने जीवनसाथी की चिंता है, किसी को अच्छी बहू नहीं मिली तो उसे उसकी चिंता है, किसी के पास धन का आभाव है तो उसे धन की चिंता है, इस संसार में कोई भी सुखी नहीं चाहे कोई दौलतमंद इंसान हो या कोई गरीब सबको कोई ना कोई चिंता रहती ही रहती है।
क्या चिंता आपकी समस्या का समाधान है ? क्या अधिक तनाव लेने से अधिक सोचने से आपका दुःख कम हो जाएगा ? यदि ये सत्य होता तो आज हर कोई चिंताओं में डूब कर समस्या का समाधान ढूंढ लिया होता।
आप किसी सड़क को पार करते है, तो ध्यान आपको देने की जरुरत है कि कहीं आस पास कोई गाड़ी तो नहीं आ रही, सावधानी बरतने की जिम्मेदारी आपकी है, क्योकि ये आपकी जिंदगी का सवाल है। आप स्वयं पर रोक लगा सकते है, आपका स्वयं पर अधिकार है, पूरे सड़क पर नहीं। सड़क पर तो लाखो लोग आएंगे जाएंगे, लाखो गाड़ियां आएगी जाएगी आप उन पर रोक नहीं लगा सकते।
फिर आप व्यर्थ में क्यों इतना चिंता कर रहे है, जब उस चीज पर आपका अधिकार और नियंत्रण ही नहीं। ये आपकी बेवकूफी नहीं तो और क्या है ?
बहुत दुःख के साथ मुझे आज ये कहना पड़ रहा है कि पढ़ लिख कर भी लोग अज्ञानता में जी रहे है, दिन के उजाले में भी रात्रि के अंधकार में जी रहे है, फिर कैसे वो चिंताओं से मुक्ति पाएंगे बिना कर्म किये जो परिणाम की चिंता में अपना पूरा जीवन बिताएंगे।
आप किसी को बदल नहीं सकते, तो बेहतर होगा आप स्वयं को बदल दो, जो उम्मीद तुम्हे नाउम्मीद करे उससे उम्मीद लगाना छोड़ दो। दुनिया में कुछ भी बिना परिश्रम और कर्म के हासिल नहीं हो सकता। कर्म तो भगवान भी करते है, फिर तुम तो एक मनुष्य हो। जो होगा अच्छा होगा, जो हो रहा है उसके पीछे भी कोई ना कोई कारण अवश्य होगा, मगर यदि तुम्हारा कर्म सही है तो तुम्हे चिंता करने की कोई आवश्यकता ही नहीं।
चिंता तुम्हे अंदर ही अंदर कमजोर बना देती है, तुमसे तुम्हारे चेहरे की मुस्कान भी चूरा लेती है, क्यों दे रहे हो अधिकार तुम किसी को इतना कि वो तुमसे तुम्हारी हँसी ही छीन ले, तुम्हारा चैन और सुकून ही छीन ले।
सदैव चिंता में अपना जीवन बिताने वाले लोगो से यही कहना चाहूंगी कि तुम्हारा दिन रात चिंता में डूबे रहना तुम्हारे लिए काफी चिंताजनक है, क्योकि तुम सत्य को समझ पाने में असमर्थ हो और सत्य ये है कि चिंता में रहने वाले लोग ना चाह कर भी नकारात्मक चीजों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेते है, ऐसा इसलिए होता है क्योकि मानव का मस्तिष्क उसकी चेतना अति प्रबल होती है यदि वो किसी विषय पर अधिक चिंतन करता है, तो वही चीजे उसकी तरफ आकर्षित होने लगती है।
यदि तुम दुखी रहोगे तो दुःख कम होने के स्थान पर और बढ़ेगा, यदि तुम समस्याओ की चिंता में उदास रहोगे तो तुम्हारे जीवन में बस निराशा ही तुम्हारे हाथ लगेगा। क्योकि तुम अपने दिमाग को खुद उन नकारात्मक चीजों और बातो की तरफ केंद्रित करने का प्रयास कर रहे हो यदि तुम चिंता को अपने जीवन से बाहर निकाल दोगे तो कोई चिंता तुम्हे निराश और हताश नहीं कर पाएगी, अपनी सकारात्मक सोच को अपने दिमाग पर हावी रखोगे तो जीवन की कोई समस्या तुम्हे परेशान नहीं करेगी बल्कि तुम्हारी सकारात्मक सोच खुशियों को तुम्हारी तरफ आकर्षित करेगी।
Worry is not the solution to any of your problems, rather your worry itself is a complex problem for you, from which you have to come out at any cost.
I have seen that some people are always under stress. Even if the problem is not very serious, they think so much that they make themselves sick by thinking about it. This increases their problem instead of reducing it.
Like you buy a new soap for your use and if you use it every day, will that soap remain as new? Or will it wear out one day? Similarly, when you try to surround your mind with many worries, one day your mind will also stop working and will not be as sharp and intelligent as before. Because every day and every moment you have filled your mind with stress, your mind does not have any free time to rest for a few moments.
Man's job is to do his work, you have the right over your work, if you start any work under stress then you can never get success in that work, because your attention and mind are somewhere else, you have lost your concentration and intelligence.
If you are worried about your future, have you taken any steps for your future? Or will just worrying ensure your future?
Some people are worried about their children, some are worried about the marriage of their daughters, some are worried about their career, some are worried about their life partner, some are worried if they have not found a good daughter-in-law, some are worried about her, some are short of money so they are worried about money, no one is happy in this world, whether one is rich or poor, everyone has some worry or the other.
Is worry the solution to your problem? Will your sorrow be reduced by taking more stress and thinking more? If this were true, then today everyone would have found a solution to their problem by drowning in worries.
When you cross a road, you need to pay attention that no vehicle is coming nearby, it is your responsibility to be cautious because it is a question of your life. You can stop yourself, you have authority over yourself, not the entire road. Lakhs of people will come and go on the road, lakhs of vehicles will come and go, you cannot stop them.
Then why are you worrying so much in vain, when you have no right or control over that thing. If this is not your stupidity then what is it ?
With great sadness I have to say today that even after getting educated people are living in ignorance, even in daylight they are living in the darkness of night, then how will they get freedom from worries, who will spend their whole life worrying about the result without doing work.
If you cannot change anyone, then it would be better if you change yourself, stop expecting from the one who makes you hopeless. Nothing can be achieved in this world without hard work and action. Even God does action, and you are just a human being. Whatever happens will be good, whatever is happening, there must be some reason behind it, but if your action is right then you don't need to worry.
Worry makes you weak from inside, it also takes away the smile from your face, why are you giving so much power to someone that he can take away your laughter, your peace and comfort from you.
I would like to say to those people who live their life in worry that your day and night being immersed in worry is very worrying for you, because you are unable to understand the truth and the truth is that people who live in worry attract negative things towards themselves even if they do not want to. This happens because the consciousness of the human brain is very strong. If he thinks too much on a subject, then the same things start getting attracted towards him.
If you remain sad, then the sorrow will increase instead of decreasing. If you remain sad worrying about problems, then you will get only disappointment in your life. Because you yourself are trying to focus your mind towards those negative things and matters. If you remove worry from your life, then no worry will be able to disappoint and frustrate you. If you keep your positive thinking dominant in your mind, then no problem of life will bother you, rather your positive thinking will attract happiness towards you.
ReplyDeleteWorry arise problems, so avoid being surrounded by worries. Very nice article by you on Google.👍😊
Thank you....
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