कहां है जीवन का असली सुख और वैभव ? Where is The Real Happiness and Prosperity of Life?

Snehajeet Amrohi
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एकमात्र क्षणिक सुख के खातिर यदि तुम गलत रास्ते का चुनाव करने जा रहे हो तो सावधान हो जाओ क्योकि गलत रास्ता तुम्हे कभी सही परिणाम नहीं दे सकता सिवाय तुम्हारी बर्बादी के तुम्हे कुछ भी हासिल नहीं होगा। 

हाँ मैं मानती हूँ दुनिया का हर व्यक्ति हर सुख सुविधाओं से परिपूर्ण रहना चाहता है,मगर सुख सुविधा यदि तुम अपने कठिन मेहनत से प्राप्त करते हो,सही रास्ते का चुनाव करते हो,तो आजीवन तुमसे तुम्हारा सुख और तुम्हारी खुशी कोई छीन नहीं सकता। 

संसारवासियो यदि मैं सत्य कहूं तो, क्या आप सब मेरे सत्य को स्वीकार करना चाहेंगे ?

धन,वैभव,पैसा ये सब आपको प्राप्त तो हो जाएगा मगर क्या आप जीवन के असली सुख और वैभव से अवगत हो ?

समस्त संसारवासियों आज मैं आप सबको बताती हूँ कि आपके जीवन का असली सुख और वैभव क्या कहलाता है ? 

आपके जीवन का असली सुख और वैभव होता है आपका परिवार,यदि आपके परिवार में एकता है तो आप हर सुख सुविधा से परिपूर्ण है,यदि आपके परिवार में एकता नहीं तो ये मान लेना आपका धन,पैसा और दौलत किसी काम का नहीं। 

क्योकि जिस घर में बड़े-बुजुर्गो का सम्मान होता है,जिस घर में भाई-भाई में एकता होती है वही घर एक मंदिर कहलाता है, क्योकि छल-कपट, भेदभाव, लोभ, स्वार्थ, नफरत, अहंकार, ईर्ष्या ऐसे घर से दूर रहा करते है, जहां आपसी संबंध अटूट और पवित्र होते है वहां केवल देवी देवता ही विराजते है, ऐसे घर में कभी कोई नकारात्मकता नहीं समा सकती क्योकि हर पल एक दिव्य ऊर्जा उस घर की रक्षा करती है हर बाधाओं और समस्याओ से उन्हें बचा कर रखती है। 

मगर कलयुग में मनुष्य अपने निजी स्वार्थ में इतना उलझ गया है कि अपने फायदे और लाभ के लिए वो अपने परिवार से छल कर बैठता है,भाई अपने भाई का ही दुश्मन बन जाता है,अपने ही भाई की तरक्की और कामयाबी दूसरे भाई से देखी नहीं जाती है और नफरत ईर्ष्या में डूब कर वो अपने ही भाई को नुकसान पहुंचाने से जरा भी पीछे नहीं हटता है। 

मगर क्या तुमने कभी ये विचार किया है कि जो खुशी अपनों के साथ रह कर हमे प्राप्त होती है वो खुशी हमे अकेले कभी प्राप्त नहीं हो सकती। 

जैसे एक तिजोरी की रखवाली एक बंद ताला करता है,यदि उस ताले की चाभी किसी कारणवश खो जाती है तो वो ताला किसी अन्य चाभी से नहीं खोला जा सकता,यदि ताला को खोलना है तो उसे पहले तोड़ना होगा,क्योकि उसकी चाभी ही तुमने भूलवश खो दिया तो अब वो ताला भी किसी काम का नहीं रहा। 

मेरे कहने का तात्पर्य यही है कि एकता हमारे परिवार का वो ताला है जिसकी चाभी हम खुद है,यदि हमे अपने परिवार की सही तरीके से रखवाली करना है उसे बिखरने से बचाना है तो हमे कभी किसी गलत रास्ते से नहीं गुजरना है क्योकि यदि हम एक बार उस गुमनाम रास्ते से गुजरे, तो हो सकता है हमारी वापसी ना हो सके और उस चाभी की तरह हम भी अपना अस्तित्व खो दे और हमारा परिवार भी टूट कर बिखर जाए। 

इसलिए सदैव मेरी इस बात को स्मरण रखना निरर्थक वस्तुओ से अधिक मोह मत रखना यदि तुम्हे मोह रखना है तो अपने परिवार के प्रति मोह रखो,अपने कर्तव्यों का उचित पालन करना सीखो,अपनी जिम्मेदारियों को समझो,अपने परिवार की एकता को कभी भंग ना होने दो

क्योकि जीवन का असली सुख वैभव तुम्हे एकमात्र अपने परिवार से ही प्राप्त हो सकता है,क्योकि पैसो से कहीं ज्यादा अहमियत हमारे रिश्तों की होती है,पैसा यदि तुम गवा भी दिए तो वो दोबारा लौट कर आ जाएगा मगर यदि पैसे की मोह और लालच में आ कर तुमने अपने परिवार को गवा दिया तो आजीवन तुम हर सुख वैभव को अपनी भूल और मूर्खता की वजह से खो सकते हो। 



If you are going to choose the wrong path just for the sake of momentary happiness then be careful because the wrong path can never give you the right result, you will not gain anything except your destruction.

Yes, I believe that every person in the world wants to be full of all the comforts and luxuries, but if you get the comforts through your hard work and choose the right path, then no one can take away your happiness and joy from you throughout your life.

People of the world, if I tell the truth, will you all want to accept my truth ?

You may get wealth, prosperity, money etc. but are you aware of the real happiness and prosperity of life ?

All The People of the world, today I tell you what is called the real happiness and prosperity of your life? 

The real happiness and prosperity of your life is your family. If there is unity in your family, then you are blessed with all comforts and luxuries. If there is no unity in your family, then accept that your wealth, money and riches are of no use.

Because the house where elders are respected, the house where there is unity among brothers, that house is called a temple, because deceit, discrimination, greed, selfishness, hatred, ego, jealousy, stay away from such a house, where mutual relations are unbreakable and pure, only Gods and Goddesses reside there, no negativity can ever enter such a house because every moment a divine energy protects that house and keeps it safe from all obstacles and problems.

But in Kaliyug, man is so entangled in his personal interests that for his own benefit and profit, he cheats his family, brother becomes the enemy of his brother, the progress and success of his own brother cannot be seen by the other brother and drowned in hatred and jealousy, he does not hesitate even a bit in harming his own brother.

But have you ever thought that the happiness that we get by living with our loved ones, we can never get that happiness alone.

Just like a vault is guarded by a closed lock, if the key of that lock is lost due to some reason, then that lock cannot be opened with any other key, if the lock has to be opened then it has to be broken first, because if you have lost its key by mistake then now that lock is also of no use.

What I mean to say is that unity is that lock of our family whose key is we ourselves, if we have to guard our family properly and save it from breaking apart then we should never go through any wrong path because if we once go through that unknown path then it is possible that we may not be able to return and like that key, we may also lose our existence and our family may also break apart.

Therefore always remember this saying of mine, do not be too attached to useless things, if you have to be attached then be attached to your family, learn to perform your duties properly, understand your responsibilities, never let the unity of your family get broken.

Because the real happiness and prosperity of life can be obtained by you only from your family, because our relationships are more important than money, even if you lose money, it will come back but if due to the attachment and greed for money you lose your family then you can lose all the happiness and prosperity of your life due to your mistake and foolishness.

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  1. Our family is our priceless wealth and glory, without which we cannot get any happiness and joy. So maintain the unity of your family. Very lovely article by you. 👍

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