क्यों हो तुम सत्य से अपरिचित ? Why are You Unaware Of The Truth?

Snehajeet Amrohi
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चाहे भारत हो या विदेश,चाहे सनातन धर्म हो या इस्लाम, चाहे तुम किसी भी धर्म या जाति से ताल्लुक रखते हो मगर हो तो सभी मनुष्य फिर क्यों एक मनुष्य दूसरे मनुष्य को देखना पसंद नहीं करता ? क्यों है तुम्हे एक दूसरे से घृणा ? यदि तुम्हारे जीवन का असल सत्य सामने आ गया तो तुम्हे एक दिन स्वयं से ही घृणा होने लगेगी और सत्य जानने के बाद तुम कभी ईश्वर से नजरे नहीं मिला पाओगे। 

मैं हर दिन एक ही विचार करती हूँ आखिर कब संसार के सभी मनुष्य सत्य को स्वीकारेंगे ? कब वो एक दूसरे के लिए पल रही नफरत को अपने दिल से मिटाएंगे ? कब संसार से जातिवाद,भेदभाव दूर होगा ?कब मानव दानव से इंसान बनेगा ?

ये एकमात्र लेख नहीं ये सभी मनुष्य के जीवन का सत्य है, हमेशा से मैं यही सोचती थी कि ये संसार जिस बर्बादी की तरफ बढ़ रहा उसका बहुत भयंकर परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेगा, यदि मैं अपनी हर बातो को अपने विचारो को स्वयं तक ही सिमित रखती तो मैं अपने जीवन के उदेश्य से स्वयं को दूर रखती, मेरे जीवन का हमेशा से एक ही उदेश्य रहा है, वो उदेश्य है संसार की रक्षा करना,अधर्म और पाप करने से मनुष्यो को रोकना ताकि भविष्य में सभी मनुष्य सुरक्षित रहे, क्योकि जो अधर्म और पाप मनुष्य कर रहे है,वो एक भयंकर तबाही को अपनी अज्ञानता से आमंत्रित करने की भूल कर रहे है। 

आज मैं समस्त संसार वासियों से एक बात पूछना चाहूंगी यदि आपके घर में आपके किसी सदस्य को कोई हानि पहुंचाने का प्रयास करता है, तो आपको बहुत दुख होता है, क्योकि आपके लिए आपका परिवार ही सब कुछ है, मगर मुझे ये बताओ कि जब सभी मनुष्य को ईश्वर ने ही बनाया है,तो तुम सभी मनुष्य एक दूसरे से भिन्न कैसे हो सकते हो ? कैसे तुम अपने ही परिवार के शत्रु बन सकते हो ? कैसे तुम अपने परिवार से घृणा और नफरत कर सकते हो ? कैसे तुम किसी दूसरे मनुष्य की निर्ममता से हत्या कर सकते हो ? कैसे तुम अपने ही परिवार को हानि पहुंचा सकते हो ?कैसे तुम अपने परिवार में धर्म और जातिवाद का विवाद कर सकते हो ? कैसे तुम अपने ही परिवार के बीच भेदभाव की दीवार खड़ी कर सकते हो ?

इस भेदभाव और जातिवाद ने ना जाने कितने घरो को तबाह कर डाला,इस भेदभाव और नफरत के कारण ना जाने कितने लोग अपना जीवन गवा बैठे। तुम अपनों का ही खून बहा रहे हो, और खुश हो कर जीत का जश्न मना रहे हो, तुम स्वयं ही खुद के लिए खाई का निर्माण कर रहे हो। 

उस परमपिता परमात्मा ने तुम सभी मनुष्यो को एक दूसरे से भिन्न नहीं बनाया, दो आंखे, दो कान,दो पैर तुम सभी मनुष्यो को प्रदान किया, क्या तुमने इस बात पर कभी विचार नहीं किया कि आखिर क्यों सभी मनुष्यो के शरीर की संरचना एक दूसरे से भिन्न नहीं, यहां तक खून का रंग भी एक समान है, फिर क्यों एक मनुष्य दूसरे मनुष्य को हानि पहुंचा रहा ?

जहां पवित्रता नहीं होती वहां कोई दैवीय ऊर्जा निवास नहीं कर सकती, फिर तुम क्यों कहते फिरते हो कि कलयुग में भगवान की शक्ति काम नहीं कर रही ? तुम्हे क्या लगता है, भगवान सबके क्रियाकलाप से अवगत नहीं ? भगवान प्रत्येक मनुष्य के सभी क्रियाकलाप से परिचित है, मगर वो अपनी संतानो से  दुखी और रुष्ट है, ईश्वर दिन रात यही विचार करते है कि मेरे द्वारा बनाए गए संसार को मेरी ही संतान कैसे बर्बाद कर सकती है ? मगर वो सबको एक बार मौका देते है,ताकि उनकी संतान संभल जाए, सत्य से परिचित हो जाए ताकि ये संसार बर्बाद होने से बच जाए। 

कब, किस रूप में ईश्वर परीक्षा लेंगे इसका अनुमान किसी को नहीं हो सकता,जब तक तुम मनुष्य ईश्वर को पहचानोगे, तब तक ईश्वर अपना कार्य सम्पूर्ण कर चले जाएंगे। 


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Sneha Amrohi - ( From- India )





Whether it is India or abroad, whether it is eternal religion or Islam, whether you belong to any religion or caste, but after all everyone is a human being, then why does one human not like to see another human being? Why do you hate each other? If the real truth of your life comes out, then one day you will start hating yourself and after knowing the truth you will never be able to look into the eyes of God.

Every day I think about the same thing: when will all the people of the world accept the truth? When will they erase the hatred for each other from their hearts? When will casteism and discrimination be eradicated from the world? When will humans transform from demons to humans?

This is not the only article, this is the truth of every human being's life. I always thought that the destruction towards which this world is heading will have very dire consequences in the times to come. If I kept all my words and thoughts to myself, I would have kept myself away from the purpose of my life. There has always been only one purpose of my life, that purpose is to protect the world, to stop humans from doing sins and injustice so that all humans remain safe in the future, because the sins and injustice that humans are doing, they are making the mistake of inviting a terrible destruction due to their ignorance.

Today I would like to ask one thing to the people of the whole world, if someone tries to harm any of your family members, then you feel very sad, because your family is everything for you, but tell me that when all human beings have been created by God, then how can all of you be different from each other? How can you become the enemy of your own family? How can you hate and despise your family? How can you kill another person ruthlessly? How can you harm your own family? How can you have a dispute on the basis of religion and caste in your family? How can you build a wall of discrimination within your own family?

This discrimination and casteism has destroyed so many homes, so many people have lost their lives because of this discrimination and hatred. You are shedding the blood of your own people, and happily celebrating the victory, you are yourself creating a Chasm for yourself.

That Almighty God did not create all of you humans different from each other, He gave two eyes, two ears, two legs to all of you humans. Have you ever thought about why the body structure of all humans is not different from each other, even the color of blood is the same, then why is one human being harming another human being?

Where there is no purity, no divine energy can reside there, then why do you keep saying that God's power is not working in Kaliyug? Do you think that God is not aware of everyone's activities? God is aware of every human's activities, but he is unhappy and angry with his children. God thinks day and night that how can his own children destroy the world created by him? But he gives everyone a chance once, so that his children can become careful, get acquainted with the truth so that this world can be saved from destruction.

No one can predict when and in what form God will test you. By the time you humans recognize God, God will complete his work and go away.


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Sneha Amrohi - ( From- India )


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  1. We should not discriminate against anyone, all humans created by God are equal. Very lovely article....👍😊

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