क्रोध से आज तक ना किसी का भला हुआ है, ना होगा,क्योकि क्रोध आपका मित्र नहीं आपका सबसे बड़ा शत्रु कहलाता है।
आज इस दुनिया में अधिकांश रिश्ते जो टूट कर बिखर रहे है, उसमे कहीं ना कहीं आपका क्रोध भी जिम्मेदार है, क्योकि क्रोध में व्यक्ति को नहीं पता होता कि वो अपने क्रोध के आवेश में जो कह रहा है उसका परिणाम क्या होगा ? क्रोध व्यक्ति के दिमाग को दीमक की भांति खोखला बना देता है, उसे पता नहीं होता कौन सी बात सही है और कौन सी गलत। अक्सर क्रोध में आ कर कई लोग गलत फैसले ले लेते है, जिसका अनुमान उन्हें उस वक्त नहीं होता बाद में होता है कि अपने क्रोध में आ कर उन्होंने कितनी बड़ी भूल कर दी।
क्रोध के वश में आ कर व्यक्ति स्वयं ही अपनी बर्बादी के द्वार खोल देता है, क्योकि उसे किससे कैसे बात करनी चाहिए इसका अनुमान नहीं होता इसी कारण उसके कुछ रिश्ते टूट कर बिखर जाते है।
प्रत्येक चीज की एक सीमा होती है,यदि वो सीमा पार कर जाए तो भयंकर परिणाम देती है, जैसे समुंद्र का पानी यदि अपनी सीमा पार कर जाए तो वो भी भयंकर विनाश का कारण बन सकता है,उसके निकट रहने वाले कई घर तबाह हो सकते है,किसी की जान भी जा सकती है, ठीक वैसे ही तुम्हारा क्रोध है जो यदि सीमा से बाहर गया तो ना जाने वो तुमसे क्या करा दे ?
क्रोध तो हमे उस पर आता है जो अपराध करते है,जुर्म करते है, अपने माता-पिता बड़े बुजुर्गो का अपमान करते है, अपने स्वार्थ और लोभ के लिए दूसरो को कष्ट पहुंचाते है, एक अधर्मी और एक पापी पर क्रोध आना लाजमी है। मगर जो बेगुनाह है, जो निश्कपट है उन पर क्रोध दिखाना क्या उचित है ?
तुम्हे क्या लगता है कि तुम्हारे क्रोध प्रदर्शन से सब तुमसे डर गए ? ये तुम्हारी सबसे बड़ी भूल है, क्योकि तुम्हारे क्रोधी स्वाभाव से सब तुमसे नफरत करते है, इसलिए तुमसे दूर रहना शुरू कर देते है और तुम्हारे पीठ पीछे सब तुम्हारी निंदा ही करते है, तुम्हारे क्रोध की प्रसंशा नहीं।
चाहे कोई रिश्ता हो,हर रिश्ता विश्वास और प्यार पर टिका होता है, यदि रिश्ते में क्रोध ने अपना स्थान बनाने का प्रयास किया तो वो रिश्ता बस नाम का रह जाता है।
तुम किसी को प्यार और सम्मान दोगे तो तुम्हे भी बदले में प्यार और सम्मान की ही प्राप्ति होगी।
यदि अपने क्रोध में आ कर तुम किसी का अपमान करोगे तो तुम्हे भी बदले में अपमान की ही प्राप्ति होगी।
इस दुनिया में छोटा-बड़ा,अमीर गरीब कोई नहीं होता सब अपने कर्म से बड़े होने का दर्जा पाते है। मगर क्रोध में दूसरो का अपमान कर अक्सर कई लोग सबकी नजरो में खुद को छोटा साबित कर जाते है।
क्रोध व्यक्ति को इंसान से हैवान बना देता है, क्रोध में आ कर व्यक्ति बिना सोचे कोई भी निर्णय ले लेता है,जिससे उसका भी अहित होता साथ ही साथ उसके अपनों को भी उसके क्रोध का परिणाम भुगतना पड़ता है। क्रोध व्यक्ति के सकारात्मक सोच को नाकारात्मक सोच में परिवर्तित कर देता है,जिससे उसे अच्छी बात भी बुरी लगती है, अपने प्रिय जन भी उसे अपना शत्रु प्रतीत होते है।
क्रोध तुम्हारी हर समस्या का समाधान नहीं होता बल्कि क्रोध ही हर समस्या का कारण होता है, जिसने अपने क्रोध पर विजय पा लिया उसके लिए हर समस्या का समाधान स्वतः ही हो जाता है।
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Sneha Amrohi - ( From- India )
Anger has never benefited anyone till date, nor will it benefit anyone, because anger is not your friend, it is called your biggest enemy.
Today in this world, most of the relationships are breaking apart, and somewhere your anger is also responsible for it, because in anger, a person does not know what will be the result of what he is saying in the heat of his anger. Anger makes a person's mind hollow like termites, he does not know which thing is right and which is wrong. Often, in anger, many people take wrong decisions, which they do not realize at that time, but later realize what a big mistake they have made in their anger.
By falling prey to anger, a person himself opens the door to his own destruction, as he does not know how to talk to whom and this is why some of his relationships break apart.
Everything has a limit, if it crosses the limit then it gives dreadful results, like if the sea water crosses its limit then it can also cause dreadful destruction, many houses near it can get destroyed, someone can even lose their life, in the same way your anger, if it goes beyond its limit then who knows what it can make you do?
We get angry at those who commit crimes, commit crimes, insult their parents and elders, cause pain to others for their selfishness and greed. It is natural to get angry at an unrighteous person and a sinner. But is it right to show anger at those who are innocent and honest?
Do you think that everyone is afraid of you because of your angry expression? This is your biggest mistake because everyone hates you because of your angry nature, so they start staying away from you and behind your back everyone criticizes you, not praises your anger.
Be it any relationship, every relationship is based on trust and love, if anger tries to make its place in the relationship then that relationship remains just in name.
If you give love and respect to someone then you will also get love and respect in return.
If you insult someone in anger then you will also get insult in return.
In this world there is no one big or small, rich or poor, everyone gets the status of being great by their deeds.But by insulting others in anger, many people often prove themselves to be inferior in the eyes of everyone.
Anger turns a person from a human into a monster. In anger, a person takes any decision without thinking, which harms him as well as his loved ones have to bear the consequences of his anger. Anger turns a person's positive thinking into negative thinking, due to which even good things seem bad to him, his loved ones seem like his enemies to him.
Anger is not the solution to all your problems, rather anger is the cause of every problem. For the one who has conquered his anger, every problem gets solved automatically.
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Sneha Amrohi - ( From- India )
ReplyDeleteWe should control our anger, anger is not the solution to any problem, any decision can be taken peacefully, there is no need for anger in that, rather anger creates many problems, which also affects our life and health. Very inspiring article by you.👍😊
Thank you....
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